गरीब बच्चों को नहीं बाँटे जा रहे हैं स्वेटर,दो विभागों के सामंजस

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली समाज कल्याण द्वारा संचालित किए जाने वाले विद्यालय के बच्चों को इतनी ठंड में भी स्वेटर जूता और मोजे से महरुम रखते हैं दो विभागों के सामंजस । समाज कल्याण विभाग द्वारा दलित व पिछड़ी जाति के बच्चों के लिए नवही में प्राथमिक विद्यालय संचालित होता है जहां के बच्चों को इस ठिठुरन भरी ठंड
 

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चंदौली समाज कल्याण द्वारा संचालित किए जाने वाले विद्यालय के बच्चों को इतनी ठंड में भी स्वेटर जूता और मोजे से महरुम रखते हैं दो विभागों के सामंजस । समाज कल्याण विभाग द्वारा दलित व पिछड़ी जाति के बच्चों के लिए नवही में प्राथमिक विद्यालय संचालित होता है जहां के बच्चों को इस ठिठुरन भरी ठंड में स्वेटर और जूते तक मुहैया नहीं हो पा रहा है क्योंकि समाज कल्याण विभाग व शिक्षा विभाग इनको स्वेटर देने में असमर्थता व्यक्त करते हुए बच्चों को ठंड में बिना स्वेटर जूते का पढ़ने के लिए  मजबूर कर रहे हैं ।

बताते चलें कि यह विद्यालय जनपद में 1930 से संचालित है जहां अनुसूचित जाति के सबसे ज्यादा बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं और यह खासियत है की नवोदय विद्यालय में इस गांव और इस विद्यालय की सबसे ज्यादा बच्चों का चयन किया जाता है फिर भी उन्हें इस ठंड में स्वेटर प्रदान करने के लिए ना ही शिक्षा विभाग और ना ही समाज कल्याण विभाग जहमत उठाने का कष्ट कर रहा है। वहीं अधिकारियों की मानें तो समाज कल्याण अधिकारी द्वारा चाइल्ड लाइन के बैठक के दौरान यह बताया गया कि इन स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए सरकार द्वारा किसी भी मत से स्वेटर देना संभव नहीं है और ना ही कोई मत आता है । जबकि इन बच्चों को पढ़ने के लिए किताबें व मिड डे मील की व्यवस्था को शिक्षा विभाग देखता है लेकिन इस ठंड से बचने के लिए उन्हें स्वेटर देने में हाथ उठाकर कह रहा है कि इन बच्चों के लिए हमारे पास किसी प्रकार का मत नहीं है ऐसी स्थिति में कैसे इन बच्चों को ठंड से बचाया जाए।


इस संबंध में ग्रामीणों ने चाइल्ड लाइन के हेल्प लाइन नंबर से शिकायत की तो जनक समिति द्वारा संचालित चाइल्ड लाइन द्वारा नवही गाँव मे ओपेन हाउस का आयोजन किया गया जिसमे विषय चाइल्ड लाइन के तरफ से डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर शशांक दुबे ने बताया कि आज यह बैठक बच्चों को स्वेटर और जूता मुहैया कराने के लिए कराई गई थी लेकिन दोनों विभागों के अधिकारियों द्वारा यह स्पष्ट कर दिया गया कि इन बच्चों को किसी भी मत से स्वेटर व जूता नहीं प्रदान किया जा सकता अब इस स्थिति में जिला अधिकारी या किसी भी समाजसेवी द्वारा आगे आकर पहल की जाए तब ही इन बच्चों को ठंड से बचने के लिए स्वेटर मुहैया हो सके। इस बैठक में डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर शशांक दुबे, जिला समाज कल्याण अधिकारी, बेसिक शिक्षा विभाग, DDO आदि लोग बैठक मे मौजूद रहे।