कांग्रेसियों ने पंडित कमलापति त्रिपाठी की मूर्ति के समक्ष दिया धरना, भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ उठाई आवाज

 धरना को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र तिवारी ने कहा कि केंद्र में इस समय मोदी शाही सरकार चल रही है, वह लोकतंत्र का गला घोट रही है। विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है और संविधान की हत्या करना चाहती है।
 

चंदौली जिले में आज को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आवाह्न पर जिला कांग्रेस कमेटी चन्दौली के द्वारा जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र तिवारी के नेतृत्व में निलंबित सांसदों के बहाली के लिए पंडित कमलापति त्रिपाठी पार्क में एक दिवसीय धरने का आयोजन किया गया।

 धरना को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र तिवारी ने कहा कि केंद्र में इस समय मोदी शाही सरकार चल रही है, वह लोकतंत्र का गला घोट रही है। विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है और संविधान की हत्या करना चाहती है। विपक्ष के सांसदों का निलंबन संवैधानिक संस्था चुनाव आयोग को "भाजपा सरकार आयोग"  बनाने के लिए किया गया जो यह दर्शाता है कि यह सरकार डरी हुई है और गरीब मजदूर किसान युवा और और आम जनमानस की आवाज उठाने वाले सांसदों को लोकसभा से निलंबित करके यह सरकार पूर्ण रूप से तानाशाही पर आमादा है। इस तानाशाही सरकार के खिलाफ हम कांग्रेसजन सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन करने के लिए तैयार है। यह सरकार जब तक निलंबित सांसदों का निलंबन वापस नहीं लेती है। तब तक हम चुप बैठने वाले नहीं है।

धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से  श्रीमती मधु राय,रामजी गुप्ता,रजनीकांत पांडेय,गंगा प्रसाद,अरुण द्विवेदी, राहुल सिंह, राजेंद्र गौतम, अभिषेक मिश्रा, श्रीकांत पाठक, कमलेश कुमार संत, दशरथ चौहान, संतोष तिवारी,अनिल यादव, टीजा इलियट,दिनेश चन्द्रा, मनोज कुमार,सागर,राम मूरत गुप्ता,प्रेमचंद गुप्ता इंद्रजीत मिश्रा,संजय मिश्रा, श्री राम यादव शमशेर, ज्ञान प्रकाश तिवारी,आजम खान,कुलदीप वर्मा, कंचनराम, विकास खरवार,साबिर रानी अमरदेव राम,सियाराम तिवारी, राधेश्याम यदुवंशी,विजय कुमार चंद्रवंशी,कमलेश कुमार,बृजेश मिश्रा,चंद्रशेखर तिवारी,तरुण कुमार पांडे प्रेमचंद गुप्ता,अजीत गिरी,अमलेन्दू पांडेय,परमानंद पटेल,सूरज बाबू,तारिकअब्बास,बृजेश गुप्ता,जितेंद्र गुप्ता,दयाराम पटेल,शुभम खरवार,तौफीक खान,रोशन कुमार,जुगल किशोर,सरफराज खान प्रभात मिश्रा, इंद्रेश सिंह निखिल सिंह खंडवारी हार्दिक सहित सैकड़ो कांग्रेसजन उपस्थित रहे।