आवास दिलाने के नाम पर हुई थी ठगी, साइबर क्राइम टीम ने वापस कराया पैसा
पैसा वापस मिलने के बाद पीड़िता ने कहा- थैंक यू
साइबर सेल की पहल से वापस मिला पैसा
आवास दिलाने के नाम पर हुयी थी ठगी
चंदौली जिले के बबुरी थाना क्षेत्र बिसौरी गांव की एक महिला के साथ 6 महीना पहले आवास दिलाने के नाम पर दस हजार की धोखाधड़ी हुई थी, इसके बाद आवेदिका ने पुलिस अधीक्षक के ऑफिस पर तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई थी। जिसके बाद साइबर क्राइम के थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार ने 6 माह के अंदर ही आवेदिका का 10 हजार रुपए वापस कराया। इस दौरान आवेदिका ने पैसा प्रकार साइबर क्राइम टीम को धन्यवाद दिया।
आपको बता दें कि पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के निर्देशानुसार थानाध्यक्ष साइबर क्राइम वीरेन्द्र कुमार के कुशल नेतृत्व में साइबर क्राइम टीम द्वारा साइबर क्राइम के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में चन्दौली के साइबर क्राइम थाना द्वारा की गयी त्वरित कार्यवाही के चलते आवेदिका चंचल मौर्या पत्नी अवधेश मौर्या निवासी बिसौरी थाना बबुरी जनपद चन्दौली का फ्रॉड तरीके से 10 हजार रुपये की आवास दिलाने का प्रलोभन देकर धोखाधड़ी की गयी थी। जिसके सम्बन्ध में आवेदिका चंचल मौर्या उपरोक्त द्वारा पुलिस अधीक्षक के समक्ष प्रार्थना पत्र दिया गया।
इसी क्रम में थाना साइबर क्राइम जनपद चन्दौली द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए आवेदिका के खाते से निकाली गयी धनराशि 10 हजार रुपये को आवेदिका के खाते में वापस करायी गयी। इस दौरान आवेदिका चंचल मौर्या उपरोक्त द्वारा पुलिस अधीक्षक चन्दौली, अपर पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम एंव साइबर थानाध्यक्ष एवं साइबर क्राइम टीम जनपद चन्दौली का आभार व्यक्त किया है।
इस संबंध में साइबर क्राइम के थाना अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने बताया कि आवेदिका के साथ छः माह पहले आवास दिलाने के नाम से 10 हजार का फ्रॉड हुआ था, जिसमें आवेदिका ने पुलिस अधीक्षक के यहां तहरीर दी थी। इसके बाद फ्रॉड की धनराशि आवेदिका को वापस कराया गया है। जबकि बरामदगी करने वाली टीम निरीक्षक दयाराम गौतम ,हेड कांस्टेबल पवन कुमार यादव,संतोष कुमार यादव, के साथ मनोज चौहान रहे।