बच्चे की स्कूल फीस के नाम पर ड्राइवर से ठगे साढ़े 13 हजार, बार कोड भेज कर ले लिया पैसा
चंदौली ही नहीं बाहर के लोगों की भी मदद कर रही साइबर टीम
साइबर अपराधियों पर कस रही नकेल
लोगों को ठगे गए पैसे करवा रही वापस
फीस के नाम पर खाते से उड़ाए 13,700 रुपये वापस
लोगों को ऑनलाइन तरीके से ठगने वाले कई तरह की नई-नई तरकीबों का इस्तेमाल करते हैं। वहीं सीधे-साधे लोग इनके झांसे में आ जाते हैं और ऑनलाइन पैसा पेमेंट करके नई मुसीबत में फंस जाते हैं। कुछ ऐसा ही मामला एक ट्रक ड्राइवर के साथ हुआ जब वह प्रयागराज से सामान लेकर चंदौली के रास्ते कोलकाता की ओर जा रहा था।
जयपुर के जोधवाडा गांव के रहने वाले बनवारी लाल मीणा पुत्र रामचन्दर मीणा 17 मई 2024 को चंदौली जिले में एआरटीओ ऑफिस के समीप पेट्रोल पंप पर जब वह तेल लेने पहुंचा था, तो वहीं उसके मोबाइल पर एक फोन आया। जिसमें कहा गया कि आपके बच्चे की स्कूल की फीस बाकी है, जिसके लिए एक बार कोड भेजा जा रहा है, अगर जल्द से जल्द फीस नहीं जमा की गई तो बच्चे का नाम स्कूल से काट दिया जाएगा।
उसके बाद ट्रक ड्राइवर ने बच्चे का नाम कटने से बचने के लिए उसे पर ऑनलाइन 13,700 रुपए जमा कर दिए, लेकिन पैसा देने के बाद जब उसने बच्चे से बात की और स्कूल से संपर्क किया तो पता चला कि स्कूल की ओर से ऐसी कोई कॉल नहीं की गई थी।
इसके बाद तत्काल ट्रक ड्राइवर बनवारी लाल मीणा ने बताया स्कूल की ओर से ऐसा कोई फोन नहीं किया गया था बल्कि वह फ्रॉड का शिकार हो गया। इस साइबर क्राइम के बाद उसने चंदौली जिले की पुलिस से संपर्क किया तो साइबर क्राइम पुलिस ने मामले को पंजीकृत करते हुए कार्यवाही शुरू कर दी। साइबर क्राइम टीम के मुख्य आरक्षी पवन कुमार और मनोज चौहान ने इस मामले को तत्काल अच्छे तरीके से डील किया और बनवारी लाल मीणा को फीस के रूप में ठगे गए 13700 रुपए वापस करवा दिए गए।