भगवानपुर-सिधना माइनर में मृत पशुओं के शव से बदबू फैली, ग्रामीणों में आक्रोश

ग्रामीणों से अपील की कि मृत जानवरों को नहर में न फेंकें, बल्कि सुरक्षित तरीके से मिट्टी में दफन करें, ताकि इस प्रकार की समस्याओं से बचा जा सके।
 

महीनों से नहीं हुई माइनर की सफाई

मृत पशुओं के शव बहकर पहुंचे रिहायशी इलाके

दुर्गंध से बस्तीवासियों का जीना हुआ दूभर

संक्रमण फैलने का खतरा मंडराया

ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी

चंदौली जिले के सैयदराजा थाना क्षेत्र अंतर्गत भगवानपुर से सिधना को जोड़ने वाली माइनर में इन दिनों बदबू और गंदगी का आलम है। माइनर में मृत पशुओं के बहाव के कारण बस्तीवासियों का जीना मुहाल हो गया है। सड़ी-गली पशुओं के शव की दुर्गंध ने पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य संकट खड़ा कर दिया है, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है।

बताया जा रहा है कि भगवानपुर काजीपुर होते हुए सिधना तक जाने वाली इस माइनर की कई महीनों से कोई सफाई नहीं हुई है। इसी लापरवाही के चलते मृत पशुओं के शव पानी के साथ बहकर धीरे-धीरे रिहायशी इलाकों की ओर पहुंचने लगे हैं। इससे आसपास के इलाकों में संक्रमण फैलने का खतरा मंडराने लगा है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि माइनर में मृत जानवरों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे बदबू असहनीय हो चुकी है और छोटे बच्चों व बुजुर्गों की तबीयत पर भी असर पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने इसकी शिकायत सिंचाई विभाग से कई बार की, लेकिन विभागीय अधिकारियों की उदासीनता अब लोगों के गुस्से की वजह बन गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि नहर विभाग शिकायतों को नजरअंदाज कर रहा है और केवल आश्वासन देकर लोगों को टाल रहा है। विभाग के रवैये से नाराज लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

इस पूरे मामले पर जब विभागीय अवर अभियंता (जेई) रविंद्र कुमार से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि समस्या की जानकारी उन्हें मिल चुकी है और शीघ्र ही माइनर की सफाई कराकर मृत पशुओं को बाहर निकलवाया जाएगा। साथ ही उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि मृत जानवरों को नहर में न फेंकें, बल्कि सुरक्षित तरीके से मिट्टी में दफन करें, ताकि इस प्रकार की समस्याओं से बचा जा सके।

फिलहाल क्षेत्रवासी प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि उन्हें इस बदबू और संक्रमण के खतरे से राहत मिल सके। ग्रामीणों ने यह भी मांग की है कि माइनर की नियमित सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।