लाल कालोनी पर जिला प्रशासन ने चलवाया बुलडोजर, निवासियों ने किया हंगामा
 

 


चंदौली जिले के साहूपुरी स्थित लाल कालोनी पर मंगलवार को जिला प्रशासन का बुलडोजर चल ही गया । हालांकि एक-दो भवन गिरने के बाद कालोनीवासियों ने विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इसे देखते हुए मुगलसराय व अलीनगर थाने की पुलिस के साथ पीएसी के जवानों को तैनात कर दिया गया। इससे कालोनीवासियों की एक भी नहीं चल सकी। 


बताते चलें कि साहूपुरी में वर्ष 1950 से बनी हरि फट्रीलाइजर फैक्ट्री के मजदूरों और अधिकारियों को रहने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने लाल कालोनी का निर्माण कराया था। साथ ही इसे श्रम विभाग को हैंडओवर कर दिया था। अब श्रम विभाग ने एनडीआरएफ का मुख्यालय बनवाने के लिए जमीन दे दी है। कालोनी में कुल 512 भवन हैं। इसमें 13 भवनों में 15 लोग निवास कर रहे हैं। शेष कालोनी खाली पड़ी हुई है। 


सोमवार को एनडीआरएफ जवानों ने कुछ भवनों की खिड़की व दरवाजा तोड़ दिया था। इसका लोगों ने विरोध किया था। अगले दिन मंगलवार को उपजिलाधिकारी विजयनारायण कई थानों की पुलिस, पीएसी व एनडीआरएफ की टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। प्रशासन ने जेसीबी से भवनों को गिराना शुरू कर दिया। यह देख लोग भड़क गए और हंगामा करने लगे। लेकिन भारी पुलिस बल के आगे लोगों की एक न चल सकी। जिला पंचायत सदस्य अजीत कुमार और पूर्व प्रधान बहादुरपुर वीरेंद्र यादव व नौशाद अहमद सिद्दीकी मौके पर पहुंच गए। 

इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को रोकवा दिया। लेकिन एसडीएम ने एक पखवारे का समय दिया। एसडीएम ने बताया कि जिन लोगों ने कोर्ट में आवेदन दिया है। उनका भवन नहीं गिराया जाएगा। बल्कि खाली पड़े भवनों का ध्वस्तीकरण किया जाएगा। साथ ही अवैध रूप से रह रहे लोगों को निकाला जाएगा।