जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक, गर्मी और लू से लोगों को बचाने के प्लान पर चर्चा
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चंदौली जिले के जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में अध्यक्षता करते हुए कहा कि जनपद में गर्मी का मौसम दस्तक दे चुका है और तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।
 

 कलेक्ट्रेट सभागार में आला अधिकारियों की मीटिंग संपन्न

नौगढ़ तहसील के विभिन्न गांवों में पेयजल सुविधा बढ़ाने की मांग

पहाड़ी इलाकों में पेयजल आपूर्ति को बेहतर करने के निर्देश 

 

चंदौली जिले के जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में अध्यक्षता करते हुए कहा कि जनपद में गर्मी का मौसम दस्तक दे चुका है और तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। गर्मी के सीजन की शुरूआत विगत वर्ष तापमान की अपेक्षा दो से तीन डिग्री तापमान से हुई है। असंतुलित जलवायु परिवर्तन का असर मौसम पर सीधे देखने को मिल रहा है। अनुमान है कि इस वर्ष पिछले साल की अपेक्षा अधिक गर्मी पड़ेगी।

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सम्भावित लू-तापघाट से बचाव को लेकर जनपद वासियों को अभी से सर्तक रखना होगा तथा लू से बचाव के उपायों को जाने एवं अपना व समुदाय का बचाव कर सके। जिलाधिकारी ने उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा जारी एडवाइजरी/सलाह/क्या करें, क्या न करें, विषयक पोस्टर को जारी करते हुए जनपदवासियों को "लू प्रकोप एवं गर्म हवा" से बचाव हेतु जानकारी साझा किए जाने के निर्देश दिए। 

जिलाधिकारी ने बताया कि किसानों से लेकर आम लोगो को विशेष रूप से बच्चों को अलग-अलग तरीके के ऐहतियात बरतने हेतु जागरूक किया जाए। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी निर्देश दिए कि बच्चों को लू से बचाव हेतु जानकारियाँ देना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि बचाव की जानकारी न होने पर लू से जन-हानि भी हो सकती है। इसके असर को कम करने के लिए निम्न सावधानिया बरते-कड़ी धूप में बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 से 3 बजे तक के बीच में जितनी बार हो सके पानी पियें, प्यास न लगे तो भी पानी पियें हल्के ढीले ढीले सूती कपड़े पहनें।

 उन्होंने कहा कि आम जनमानस को जागरूक करते हुए बताया जाए कि धूप से बचने के लिए गमछा, टोपी, काच चश्मा और जूते का इस्तेमाल करें। सफर में अपने साथ पानी रखें। मदिरा, चाय, कॉफी जैसे पेय पदार्थों इस्तेमाल करने से बचें, यह शरीर को निर्जलित कर सकते है। अगर आप बाहर जा रहे हैं तो टोपी, गमछा, छाते का इस्तेमाल जरूर करें और गीले कपड़े को अपने चेहरे /शरीर और गर्दन पर रखें, अगर आपकी तबियत ठीक न लगे या चक्कर आए तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क कर पेय पदार्थ जैसे कि लस्सी, नमक चीनी घोल, नींबू पानी, छाछ, आम का पन्ना, इत्यादि का सेवन करें। उन्होंने पशुपालन विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि जानवरों को छांव में रखें उन्हें खूब पानी दें। अपने घर को ठंड़ा रखें, पर्दे शटर का इस्तेमाल करे। रात में खिड़कियाँ खुली रखें। फैन, ढीले कपड़े का उपयोग करें। ठंडे से बार बार नहाएं। 

उन्होंने विभिन्न विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि लू तापघाट प्रकोप एवं गर्म हवा से बचने के लिए "क्या करें क्या न करें" की जानकारियाँ अवश्य दें, धूप में खड़े वाहनों में बच्चें एवं पालतू जानवरों को न छोड़ें। खाना बनाते समय कमरे की दरवाजे की खिड़की एवं दरवाजे खुले रखें जिससे हवा का आना-जाना बना रखें, नशीले पदार्थ शराब तथा अल्कोहल के सेवन से बचें। उच्च प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने बचें। खिड़की को रिफ्लेक्टर जैसे एल्युमीनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि ढक रखें, ताकि बाहर की गर्मी को आने से रोका जा सके। उन खिड़कियों व दरवाजों पर जिनसे दोपहर के समय गर्म हवाएं आती है, काले पर्दे लगाकर रखने चाहिए। 

स्थानीय मौसम पूर्वनुमान को और आगामी तापमान होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क रहे। नौगढ़ तहसील के विभिन्न गांवों में पेयजल आपूर्ति की बेहतर व्यवस्था हेतु निर्देश दिए। साथ ही एन.जी.ओ. के माध्यम से गांव-गांव में शीतल प्याऊ की व्यवस्था हेतु कहा जाय। 

जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग, बेसिक शिक्षा, श्रम विभाग, मनरेगा, कृषि विभाग, अग्नि शमन विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि एक सप्ताह में लू से बचाव की कार्ययोजना बनाकर तत्काल प्रस्तुत करें। बैठक में जिला आपदा विशेषज्ञ ने लू-तापघात ऐक्शन प्लान के विषय में जानकारी दी। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं रा0 अभय कुमार पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा धिकारी, डीसी मनरेगा, अधिशासी अभियन्ता बंधी, नलकूप, जिला पंचायत राज अधिकारी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।