बिसौरी गांव के लोगों ने DM के सामने सिखाया पराली प्रबंधन, खेतों में वेस्ट डिकम्पोजर का बताया तरीका
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चंदौली जिले के जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की मौजूदगी में शुक्रवार को बिसौरी गांव के किसान कमलेश कुमार सिंह ने पराली प्रबंधन के तहत अपने खेतों में वेस्ट डिकम्पोजर का छिड़काव कराया। इस दौरान किसानों द्वारा डीएम को जानकारी दी गयी कि डिकम्पोजर तैयार होने में पांच से सात दिन का समय लगता है। इसके लिए 200 लीटर पानी को ड्रम में एकत्रित कर उसमें दो किलो गुड़ मिलाकर रखा जाता है। इसके अलावा सुबह-शाम घोल को प्रतिदिन हिलाना पड़ता है। प्रयोग से दो-तीन दिन पूर्व डिकम्पोजर की एक शीशी घोल डालकर छोड़ दिया जाता है।
किसानों ने बताया कि वेस्ट डिकम्पोजर फसल अवशेष को नष्ट कर कार्बनिक खाद के रूप में परिवर्तित कर देता है। इसके बाद डीएम ने उन किसानों के खेत का निरीक्षण किया, जिनके खेतों में खड़ी धान की फसल की कटाई में हार्वेस्टर के साथ सुपर एसएमएस का प्रयोग किया गया था। उन्होंने किसानों को किसी भी दशा में पराली न जलाने की सलाह दी।
गांव के कृषकों ने डीएम को आश्वस्त किया कि फसल अवशेष को जलाया नहीं जाएगा। इसके अतिरिक्त डीएम ने धान की फसल के आदम चीनी प्रजाति का अवलोकन किया। कहा कि आदम चीची धान का जीआई कराकर इसमें पााए जाने वाले तत्वों की ली जाएगी। साथ ही किसानों की मदद से उत्पादन कराकर अच्छे बाजार की तलाश कर किसानों की आय बढ़ाने में जिला प्रशासन सहयोग करेगा। उन्होंने कृषि विविधीकरण को अपनाकर आय बढ़ाने का भी सुझाव दिया।
इस मौके पर उपकृषि निदेशक राजीव कुमार भारती, जिला कृषि रक्षा अधिकारी अमित जायसवाल, सतीश कुमार सिंह, वीके सिंह, वीरेन्द्र कुमार सिंह, रमेश सिंह, विपुल सिंह आदि मौजूद रहे।