कलेक्ट्रेट सभागार में ’’पोषण अभियान के अन्तर्गत जिला कनवर्जेंस’’ की बैठक हुई संपन्न

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चन्दौली जिले में आज जिलाधिकारी संजीव सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में ’’पोषण अभियान के अन्तर्गत जिला कनवर्जेंस’’ की बैठक सम्पन्न हुई। इस दौरान बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों/समूह की महिलाओं के माध्यम से ड्राई राशन चावल, गेहॅूं, दाल, देशी घी, दुग्ध उत्पाद आदि निर्धारित मात्रा में वितरण कराना सुनिश्चित
 

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चन्दौली जिले में आज जिलाधिकारी संजीव सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में ’’पोषण अभियान के अन्तर्गत जिला कनवर्जेंस’’ की बैठक सम्पन्न हुई।

इस दौरान बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों/समूह की महिलाओं के माध्यम से ड्राई राशन चावल, गेहॅूं, दाल, देशी घी, दुग्ध उत्पाद आदि निर्धारित मात्रा में वितरण कराना सुनिश्चित करें। साथ ही सभी सी0डी0पी0ओ0 ड्राई राशन सामग्री का वितरण से संबंधित बी0डी0ओ0 के संज्ञान में भी अवश्य लाये तथा समस्त लाभार्थियों को समय से सामग्री को वितरित कराना सुनिश्चित करें। शारिरीक विकास एवं पोषण के लिए घी एवं दुध जरूरी होता है इसलिए दूध एवं घी को प्राथमिकता के आधार पर वितरण करायें। अवशेष आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण कार्य के स्तर एवं गुणवत्ता की साप्ताहिक रिपोर्ट समस्त सी0डी0पी0ओ0 प्रस्तुत करें।

बताते चले कि जिलाधिकारी ने बहुत ही कड़े शब्दों में सम्बन्धित अधिकारियों तथा कार्यदायी संस्थाओं से कहा कि 15 दिनों के अन्दर समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण कार्य पूरा करा लें, इसमें कहीं शिथिलता या लापरवाही पायी गयी तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय करते हुए उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।

इस दौरान कार्याे में लापरवाही बरतने पर ए0डी0ओ0 आई0एस0बी0 चकिया को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के निर्देश दिये। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आंशिक मरम्मत, शौचालय, पेयजल, विद्युतिकरण आदि के कार्य 15 दिन के अन्दर प्रत्येक दशा में करा लेने के कड़े निर्देश दिये। साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मानक के अनुसार पोषण वाटिका विकसित करने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिया।

उन्होंने कहा कि जिला उद्यान अधिकारी के सहयोग से वाटिका में लगाये जाने वाले पौधें एवं सब्जियों का चयन कर पोषण वाटिका विकसित किया जाय। अतिकुपोषित एवं कुपोषित बच्चों का चिन्हिकरण कर उनका समुचित पोषण कराये जाने के निर्देश समस्त सी0डी0पी0ओ0 को दिया।

उन्होनें कहा कि स्वास्थ्य विभाग एवं बाल विकास एवं पुष्टाहार एवं अन्य संबंधित विभाग आपस में समन्वय करते हुए कुपोषित बच्चों को समुचित पोषण का कार्य कराते हुए उन्हें कुपोषण मुक्त करने का कार्य करें। पोषण पुनर्वास केन्द्र में अतिकुपोषित बच्चों को भर्ती कर आवश्यकतानुसार ईलाज के साथ ही उन्हें कुपोषणमुक्त करने का कार्य किया जाय। सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर वेइंग मशीन एवं स्टेडियोमीटर की उपलब्ध कराने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिया।


संजीव सिंह ने कहा कि सभी संबंधित अधिकारी आपसी तालमेल बनाकर पोषण कार्यक्रमों को समुचित ढंग से संचालित करें जिससे जनपद को अतिशीघ्र कुपोषणमुक्त किया जा सके। इसको गम्भीरता से लें, किसी स्तर पर लापरवाही न बरती जाय।


इस मौके पर बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, डी0सी0मनरेगा, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।