चंदौली जिला अस्पताल में जारी है डॉक्टरों की मनमानी, लाचार बनी हुयीं हैं सीएमएस
 

पिछले दो दिनों से अल्ट्रासाउंड के विशेषज्ञ नहीं आ रहे हैं। वहीं जिला अस्पताल के कक्ष संख्या दो में, जहां फिजिशियन बैठा करते थे, अब उसे बंद करके उसे एक वीआईपी कक्ष बना दिया गया है।
 

समय से नहीं आते हैं जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर

पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला चिकित्सालय का हाल बेहाल

केंद्रीय मंत्री और सांसद डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय से की गयी शिकायत

उत्तर प्रदेश सरकार एक और जहां चंदौली जिले के पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला चिकित्सालय को चंदौली जिले में बना रहे मेडिकल कॉलेज से संबद्ध करके उसकी व्यवस्थाओं को सुधारने की कोशिश में लगी है तो वहीं यहां तैनात चिकित्सक व कर्मचारी सरकार की मंशा पर पलीता लगाने में कोई कसर छोड़ते हुए नहीं नजर आ रहे हैं। इस बात की शिकायत भारतीय जनता पार्टी के नेता ने ही केंद्रीय मंत्री और सांसद डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय से की है।

 बताया जा रहा है कि भाजपा नेता अजीत सिंह उर्फ राजन सिंह पंडित कमलापति त्रिपाठी चिकित्सालय में किसी मरीज के साथ गए थे तो उन्होंने देखा कि कुछ डॉक्टरों को छोड़कर अधिकांश डॉक्टर समय से चिकित्सालय में नहीं पहुंचते हैं। वहां पर उनकी कुर्सियां खाली रहती हैं या उनके कमरे में दरवाजा बंद मिलता है। इसी के कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

 मौके की तस्वीरें साझा करते हुए राजन सिंह ने कहा कि एक तरफ मौसम परिवर्तन के कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो वहीं समय से ना तो डॉक्टर आ रहे हैं और ना ही जिला चिकित्सालय की सीएमएस इस पूरे मामले पर ध्यान दे रही हैं।

 जानकारी में बताया गया कि पिछले दो दिनों से अल्ट्रासाउंड के विशेषज्ञ नहीं आ रहे हैं। वहीं जिला अस्पताल के कक्ष संख्या दो में, जहां फिजिशियन बैठा करते थे, अब उसे बंद करके उसे एक वीआईपी कक्ष बना दिया गया है। ऐसे में मरीजों की सुविधाएं बढ़ाने के बजाय मनवाने तरीके से चिकित्सक और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक काम कर रहे हैं, जिससे मरीजों की परेशानी बढ़ रही है।

 इस पूरे मामले में केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र पांडेय के मीडिया प्रतिनिधि हरिवंश उपाध्याय ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को इन समस्याओं का निराकरण करने की पहल करने की मांग की है, ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी ना हो।