जारी है बिजली विभाग के कर्मचारियों का प्रदर्शन, ये हैं प्रमुख मांगें

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों का धरना प्रदर्शन जिला मुख्यालय स्थित एक्सईएन कार्यालय पर जारी रहा। इस दौरान बिजली कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चेताया कि यदि सरकार निजीकरण के फैसले को वापस नहीं लिया तो अंजाम ठीक नहीं होगा। इस अवसर पर अधिशासी अभियंता सेवा तोमर ने
 

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चंदौली जिले में निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों का धरना प्रदर्शन जिला मुख्यालय स्थित एक्सईएन कार्यालय पर जारी रहा। इस दौरान बिजली कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चेताया कि यदि सरकार निजीकरण के फैसले को वापस नहीं लिया तो अंजाम ठीक नहीं होगा।

इस अवसर पर अधिशासी अभियंता सेवा तोमर ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण बिजली कर्मचारी समस्याओं से जूझने को विवश हैं। सरकार के निजीकरण के फैसले से एक करोड़ से ज्यादा परिवार प्रभावित हो जाएंगे। सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए तमाम सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण कर रही है। लेकिन इसे कत्तई बर्दास्त नहीं किया जाएगा। इसका करार जवाब आने वाले समय में दिया जाएगा। वक्ताओं ने कहा कि सरकार 2018 में बिजली कर्मचारियों को मांगों के सम्बंध में वादा किया था। लेकिन इस वादे को सरकार पूरा नही कर पाई।

इस मौके पर दलसिंगार यादव, दिनेश सिंह घनश्याम, जितेंद्र कुमार,मनोज कुमार, शिव शंकर गुप्ता,अखिलेश गुप्ता,शिवनारायण,संतोष आदि बिजली कर्मी मौजूद रहे।