अब चंदौली के किसान कर सकते हैं स्ट्रॉबेरी और ड्रैगन फ्रूट की खेती, उद्यान विभाग करेगा मदद
आम, अमरूद, पपीता, केले की भी होगी खेती
किसानों की आमदनी बढ़ाने की तैयारी पर जोर
पंजीकरण कराने पर फ्री में मिलेगा बागवानी के लिए पौधा
चंदौली जिले के किसान परंपरागत खेती के साथ अब स्ट्राबेरी और ड्रैगन फूड का भी उत्पादन करेंगे। वहीं, आम, अमरूद, पपीता और केले की खेती कर अपनी आमदनी बढ़ाएंगे। इन फलों की बागवानी लगाने के लिए जिले में उद्यान विभाग की ओर से लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है। उद्यान विभाग पंजीकृत किसानों को मुफ्त पौधा भी उपलब्ध कराएगा। इसके लिए विभाग किसानों को प्रेरित कर पंजीकरण कराने की प्रक्रिया में जुटा हुआ है।
आपको बता दें कि केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के साथ ही हारियाली और पर्यावरण शुद्ध रखने के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है। इसमें राष्ट्रीय कृषि योजना के तहत जिले में उद्यान विभाग को कुल 44 हेक्टेयर बागवानी लगने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें एक-एक हेक्टेयर में स्ट्राबेरी और ड्रैगन फूड लगाए जाएंगे। वहीं 42 हेक्टेयर में आम, अमरूद, पपीता और केले की खेती होनी है। उद्यान विभाग किसानों को मुफ्त पौधे उपलब्ध कराएगा। इसके लिए उद्यान विभाग किसानों का पंजीकरण भी कराने की कवायद में लगा हुआ है।
वही अब तक दर्जन भर किसानों ने आवेदन कर बागवानी के लिए दिलचस्पी भी दिखाई है । फिलहाल उद्यान विभाग किसानों को बागवानी लगाने के लिए जागरूक कर रहा है। बागवानी के लिए पंजीकरण कराने वाले किसानों को पौधे भी मुहैया कराने के साथ ही पौधों की देखभाल करने और दवाओं का छिड़काव आदि के बारे में जानकारी भी देगा। ताकि पौधे नष्ट न ही और उसमें जल्दी फल आ सके और किसानों को इसका लाभ मिल सके। साथ ही फसलों के उत्पादन से किसान अपनी आमदनी को दुगुना बढ़ा सके।
इस संबंध में जिला उद्यान अधिकारी शैलेंद्र देव दुबे ने बताया कि शासन से जिले में मिले बागवानी के लक्ष्य को शतप्रतिशत पूरा करने के लिए हर स्तर से प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। पंजीकृत किसानों को निःशुल्क पौधे उपलब्ध करवाकर बागवानी लगवाई जाएगी।