सैंकड़ों किसान अपना धान बेचने के लिए परेशान, लगा रहे जिला मुख्यालय का चक्कर
सैंकड़ों किसान अपना धान बेचने के लिए परेशान
लगा रहे जिला मुख्यालय का चक्कर
चंदौली जिले में धान बेचने के लिए शासन का 28 फरवरी तक निर्देश था लेकिन जनपद के सांसद डॉ महेंद्र नाथ पांडेय द्वारा 8 मार्च तक खरीदारी का आदेश जारी कराने के बाद भी किसान 1फरवरी"2022 से अपना धान बेचने के लिए परेशान है। शासन-प्रशासन के के दावों के मुताबिक 8 मार्च"2022 तक किसानों का धान केंद्रों पर खरीदा जाएगा पर कथित रूप से 01 फरवरी"2022 से ही जमीनी स्तर पर क्रय केंद्र बन्द चल रहा है।
वही भारतीय किसान यूनियन,अराजनैतिक के पदाधिकारियों द्वारा क्रय केंद्रों को जमीनी स्तर पर चलने के लिए सक्षम अधिकारियों को पत्रक दिया गया। पत्रक लेकर बात की गई। आस्वासन पर आस्वासन मिलता रहा लेकिन किसानों का धान नहीं खरीदा गया। थक हारकर डिप्टी आर एमओ,चंदौली, जो जिले के धान खरीद की जिम्मेदारी है, उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो लगभग 10 दिन से नदारद थे।
तदोपरान्त जिलाधिकारी,चंदौली को पत्रक दिया गया । उसपर भी कार्यवाही नही हुई। उसके बाद 16 फरवरी2022 को 100 किसान अपने धान के साथ, डिप्टी आर एम ओ के कार्यालय पर धान ले के आये,शाम तक इंतजार किया, लेकिन सक्षम अधिकारी नही आये। शाम को लगभग 6 बजे जिलाधिकारी महोदय,चंदौली का फोन आया और उन्होंने बेचने आये किसानों की सूची व्हाट्सअप्स पर मांगी। उनको 39 किसानों की सूची सौंपी गई।
उन्होंने आस्वासन दिया कि कल आपको बताया जाएगा धान कैसे और कहां बिकेगा। दूसरे दिन कई बार जिलाधिकारी को फोन किया गया पर उन्होंने फोन रिसीभ नहीं किया।
तदोपरान्त दिनांक-18 फरवरी 2022 को किसान अपना धान ट्रैक्टरों में लादकर जिला मुख्यालय पर आये और मांग की, कि जबतक किसानों का धान नहीं बिकेगा, और साथ ही क्रय केंद्र सुचारू रूप से नही चलेंगे,तब तक किसान यहां से हिलेंगे नहीं। लदे हुवे तमाम ट्रैक्टर जिला मुख्यालय पर खड़े हो गए। शाम तक किसानों और अधिकारियों के बीच पंचायत चली। शाम को हल निकला कि आये हुए ट्रैक्टरों का धान केंद्रों पर बिकने के लिए आज जाएगा और बचे हुए 74 किसानों का धान,किस केंद्र पर बिकेगा,उसकी सूची दो कार्य दिवस पर तैयार कर प्रकाशित कर दी जाएगी। चार दिन बीत जाने पर भी अभी तक सूची प्रकाशित नहीं हुई है। लिहाजा किसान अपने ट्रैक्टरों पर धन लादकर आज जिला मुख्यालय पर धान बेचने के लिए आये हुए है।
भारतीय किसान यूनियन,अराजनैतिक मंडल प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी ने बताया कि"" जब तक किसानों की धान खरीदी नहीं ,तब तक किसानों की घर वापसी नहीं, होगी। अगर समय रहते समस्या का निवारण नहीं किया गया तो घर के और सदस्य , अपने पशुओं के साथ धान बेचने के लिए किसान मजबूर होंगे। इसके लिए शासन प्रशासन जिम्मेदार होगा।
किसानों के साथ भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के मंडल अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप तिवारी, सतीश सिंह चौहान, जिला अध्यक्ष, जिला युवा अध्यक्ष अनूप तिवारी, जिला युवा उपाध्यक्ष रंकज सिंह, डब्लू सिंह,तहसील अध्यक्ष चंदौली,मनोज यादव,ब्लाक अध्यक्ष सकलडीहा के साथ सैकड़ो किसान राजेश सिंह,छोटे लाल चौहान,प्रभाकर मैर्या,आनंद मैर्या, राजीव मौर्या,भोला मैर्या,खिचडू चौहान,रामदेव यादव,अनिल चौहान,राजेन्द्र चौहान,राम सुधार,राकेश, रामअवध,जंग बहादुर यादव आदि तमाम जिले भर के किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ मौके पर मौजूद है।