दो दिवसीय एग्रो क्लाइमेटिक जोन मेला में जैविक खेती पर जोर

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चन्दौली जिले मे दो दिवसीय एग्रो क्लाइमेटिक जोन मेला के दूसरे दिन का शुभारम्भ विरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में हुआ। उप कृषि निदेशक चन्दौली द्वारा उपस्थित मंचासीन अधिकारियों एवं प्रगतिशील कृषकों का अभिवादन किया तथा अध्यक्ष महोदय के आदेशानुसार मेले का संचालन प्रारम्भ किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 समीर पाण्डेय जी
 

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चन्दौली जिले मे दो दिवसीय एग्रो क्लाइमेटिक जोन मेला के दूसरे दिन का शुभारम्भ विरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में हुआ। उप कृषि निदेशक चन्दौली द्वारा उपस्थित मंचासीन अधिकारियों एवं प्रगतिशील कृषकों का अभिवादन किया तथा अध्यक्ष महोदय के आदेशानुसार मेले का संचालन प्रारम्भ किया गया।

कृषि विज्ञान केन्द्र्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 समीर पाण्डेय जी द्वारा जैविक खेती एवं समसामयिक फसलों पर मौसम के प्रभाव एवं बचाव के विषय में जानकारी दी गयी। डा0 पाण्डेय जी ने बताया कि खेती समय से की जाये तो फसलों पर कीट पतंगे एवं रोगों का प्रभाव कम होता है। खेती में विविधता अगर नहीं आयेगी तो खेती अच्छी नहीं होगी। उत्पादन भी कम होगा। अच्छे उत्पादन के लिए अपने संसाधनों का भरपूर उपयोग करना चाहिए।

प्रगतिशील किसान श्री रतन सिंह ने खेत में रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग एवं उस प्रयोग से होने वाले विषयों पर चर्चा किया। उन्होंने किसानों को बताया कि आप कम से कम रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करें। श्री अखिलेश मिश्र रिटायर्ड एडिशनल कमिश्नर सी0बी0सी0आई0डी0 ने जैविक खेती पर चर्चा की, जिसमें वेस्ट डिकम्पोजर का प्रयोग फसल अवशेष प्रबन्धन किया जाये, साथ ही कृषि विविधिकरण से सम्बंधित विषयों पर जानकारी दी।

 

जैविक खेती में किसान को कम व्यय पर जैविक खाद बनाना, निःशुल्क पेस्टीसाईड बनाना, बीज शोधन के साथ फल और फूल की खेती, पशुधन का सदुपयोग, गोबर खाद का प्रयोग, माइक्रोन्यूटियंट का प्रयोग, फसल चक्र के अनुसार खेती करना आदि पर जानकारी दिया गया।

कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 एस0पी0 सिंह ने जैविक खेती एवं मशरूम की खेती से सम्बंधित विषयों पर चर्चा किया।

मेले में जिला कृषि अधिकारी, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी, जिला पशुचिकित्साधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य, भूमि संरक्षण अधिकारी, डी0सी0 मनरेगा, जिला पंचायत राज अधिकारी के साथ सभी विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे। मेले का संचालन सूरश्याम सिंह द्वारा किया गया तथा अन्त में अध्यक्ष महोदय द्वारा आर्शिवचन दिया गया तथा जिला कृषि अधिकारी चन्दौली द्वारा मेला समाप्ति की घोषण की गयी।