किसान क्रेडिट बनवाने के नाम पर सगे भतीजे ने किया खेल, खाते से गायब किए 99 हजार रुपए
धोखाधड़ी बैंक में बैंक मैनेजर भी शामिल
ये हैं आरोपियों के नाम
बैंक ऑफ बड़ौदा की कम्हरिया शाखा का मामला
चंदौली जिले के कन्दवा थाना अंतर्गत कुआं गांव में रामवृक्ष चौबे के भतीजे ने किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के नाम पर अपने बड़े पिता के साथ धोखाधड़ी कर 99 हजार लेकर चम्पत हो गया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब रामवृक्ष चौबे के पुत्र के मोबाइल पर मैसेज देखा तो पता चला कि क्रेडिट कार्ड के पैसे जमा होने के बजाय निकाल लिए गए हैं। तब पीड़ित द्वारा बैंक से लेकर कन्दवा थाने तक का चक्कर लगाया जा रहा है, लेकिन कोई मामले को सुनने की जहमत नहीं उठा रहा है।
बता दें कि कन्दवा थाना क्षेत्र के कुआं अरंगी निवासी रामवृक्ष चौबे (75 वर्ष) के भतीजे संतोष चौबे पुत्र रामसखी चौबे, निवासी डुमरी शहाबगंज व उनके जीजा अनिल पांडेय पुत्र रामसूरत पांडेय, निवासी रतनपुरा कैमूर बिहार तथा अनिल चौबे के साथी मगन पांडेय पुत्र शीशा पांडेय, निवासी कुआं अरंगी के द्वारा बड़ौदा यूपी बैंक की कम्हरिया के ब्रांच मैनेजर की सांठगांठ से रामवृक्ष चौबे के किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के नाम पर घर से पैन कार्ड एक्टिवेट कराने तथा उनके क्रेडिट कार्ड दिलाने के लिए बैंक ले जाया गया। जहां बैंक मैनेजर व इन तीनों की मिलीभगत से रामवृक्ष के नाम से किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ₹50,000 दूसरे खाते में ट्रांसफर करने तथा ₹49,000 कैश निकालने का काम किया गया।
इस संबंध में पूछे जाने पर उनकी पत्नी ने बताया कि संतोष के 2 साथी आए थे जो कि पति का पैन कार्ड बनाने के लिए आंख और अंगूठे के माध्यम से बनवाने के नाम पर घर से बैंक को ले गए थे और जालसाजी करके पैसा निकाल लिए। वहीं जब इस मामले को लेकर उनके ने पूछताछ की तो बैंक के लोगों ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया और मैनेजर भी वहां से चंपत हो गया।
पीड़ित का लड़का जब आज बैंक गया तो पता चला कि मैनेजर छुट्टी पर हैं। पीड़ित द्वारा इस मामले की जानकारी कन्दवा पुलिस को दी गई, लेकिन पुलिस का भी कोई सहयोग नहीं कर रही है। जिससे पीड़ित अपने वृद्ध माता-पिता को लेकर इधर-उधर की ठोकरें खाने को मजबूर है।
अब देखना है कि इस क्रेडिट कार्ड और पैन कार्ड के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले बैंक मैनेजर तथा उनके गैंग के खिलाफ कोई कार्रवाई होती है या नहीं। साथ ही पीड़ित को किसी तरह का न्याय मिलता है या नहीं।