आज जयंती पर याद किए गए  महात्मा गांधी व लालबहादुर शास्त्री
 

लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमन्त्री थे। वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे।
 

आलोक इण्टर कालेज में कार्यक्रम

विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

बच्चों को जीवन परिचय व कार्यों की दी गयी जानकारी

चंदौली जिले के आलोक इंटर कॉलेज, गौतम नगर चंदौली के प्रांगण में 2 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी व लालबहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें वोकल फॉर  लोकल विषय पर भाषण प्रतियोगिता , विकसित भारत 2047 विषय पर निबंध प्रतियोगिता एवं पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा शतरंज की भी एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
 
इसमें विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का लोहा बनवाया कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर आनंद ने गांधी जी और शास्त्री जी के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण के साथ दिप प्रज्वलन कर  किया।

इस मौके पर कहा कि लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमन्त्री थे। वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे। इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। शास्त्री जी ने काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि प्राप्त की।

विद्यालय के निदेशक डॉ. आजाद बहादुर ने बच्चों को गांधीजी एवं शास्त्री जी के आदर्श के विषय में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि महात्मा गाँधी का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने असाधारण कार्यों एवं अहिंसावादी विचारों से पूरे विश्व की सोच बदल दी। आज़ादी एवं शांति की स्थापना ही उनके जीवन का एक मात्र लक्ष्य था। गांधी जी द्वारा स्वतंत्रता और शांति के लिए शुरू की गई इस लड़ाई ने भारत और दक्षिण अफ्रीका में कई ऐतिहासिक आंदोलनों को एक नई दिशा प्रदान की।