गौशालाओं में लगाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे, अधिकारी कार्यालय में बैठकर करेंगे निगरानी    

चंदौली जिले से गोशालाओं में संरक्षित गोवंश की अब सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। इसके लिए अच्छी गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया गया है।
 

मुख्य पशु चिकित्सा डॉक्टर आरके सिंह का आदेश

गोवंशों की होगी अब सीसीटीवी कैमरे से निगरानी

अच्छी क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश

चंदौली जिले से गोशालाओं में संरक्षित गोवंश की अब सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। इसके लिए अच्छी गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया गया है। सीसीटीवी लगने के बाद गोवंशों का संरक्षण बेहतर व पारदर्शी ढंग से हो सकेगा। एक मार्च से यह व्यवस्था प्रभावी हो जाएगी। 

 गोशाला की सभी व्यवस्थाओं पर  आसानी से नजर रखी जा सकेगी। इसकी मानीटरिंग विकास खंड और जिला मुख्यालय से की जाएगी।

 अधिकारी कार्यालय से ही गोशाला की व्यवस्थाओं को देख सकेंगे। पहले चरण में जिला पंचायत की ओर से संचालित तीन कांजी हाउस में कैमरे लगाए जाएंगे। इसके बाद गोशालाओं में व्यवस्था की जाएगी।

चंदौली जिले में वृहद गौशाला केंद्र  17  है । गोआश्रय स्थलों में 2021 से अधिक गोवंश संरक्षित हैं। दरअसल, गोवंश के चारे, पानी से लेकर अन्य दुर्व्यवस्थाओं के मामले प्रकाश में आते रहते हैं। इसे रोकने के लिए शासन की ओर से गोशालाओं की मानीटरिंग के लिए यह व्यवस्था अपनाई जा रही है। पंचायत स्तर पर संसाधन जुटाए जाएंगे। विकास खंड से लेकर जिला मुख्यालय तक रोजाना प्रत्येक गोशाला की सुध ली जाएगी। परिसर गंदगी से लेकर बेजुबानों के पीने के पानी तक पर अधिकारियों की नजर रहेगी। 

जिले की चुनिंदा गोशाला में इस व्यवस्था का पहले प्रयोग होगा। इसके बाद जनपद की सभी गोशालाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे नौगढ़, शहाबगंज व चकिया में जिला पंचायत के कांजी हाउस का चयन किया गया है। इस व्यवस्था से गोशालाओं में रात के समय गोवंश छोड़े जाने की शिकायत पर अंकुश लगेगी। दरअसल ऐसे मामलों में कोई प्रत्यक्षदर्शी नहीं होने के कारण अधिकारी कुछ करते रहते हैं।


इस संबंध में मुख्य पशु चिकित्सा डॉक्टर आरके सिंह ने बताया कि सभी 6 गोशालाओं को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जाएगा। गोवंश के संरक्षण को लेकर होने वाली व्यवस्थाओं की मानीटरिंग की जाएगी। इस व्यवस्था से तमाम गतिरोध व शिकायतों में कमी आएगी।