नशे को कहें ना कहने की आदत डालें, जिला अस्पताल में होता है नि:शुल्क इलाज, हेल्प लाइन नंबर 7565802028 पर करें कॉल
चंदौली जिले में रविवार को राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम द्वारा नशीले पदार्थों के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस अलीगनर थाना क्षेत्र के ट्रांसपोर्ट नगर में मनाया गया। नशीले पदार्थों के निवारण के लिए प्रत्येक वर्ष 26 जून को यह दिवस मनाया जाता है, जिससे लोगों को में चेतना फैलाना और जागरूकता लाया जा सकें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वाई के राय ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सात दिसम्बर 1987 को प्रस्ताव पारित कर हर साल 26 जून को यह दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया गया था। उन्होने कहा कि नशीली दवाईयों के दुरुपयोग व सिगरेट ,शराब, अफीम, चरस, गांजा, भांग, स्मैक आदि नशे की सेवन से शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और सामाजिक नुकसान होता है| नशीली दवाएं देश के युवाओं को अंदर से खोखला कर रही हैं। इसके सेवन से हजारों जिंदगियां बर्बाद हो रही है, इसलिए हमें इन नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए एवं अन्य लोगों को इसके खिलाफ जागरूक करना है।
मनोचिकित्सक डॉ नितेश सिंह ने कहा कि पिछले वर्ष लगभग 2000 नशे से ग्रसित रोगियों का उपचार एवं परामर्श दिया जा चुका है। यह दिवस एक तरह से लोगों में चेतना फैलाना है ताकि युवाओं को नशे की लत से दूर करने व नशे के लती लोगों के उपचार कर स्वस्थ करना है। तंबाकू, बीडी, सिगरेट, जर्दा, गुटखा और एल्कोहल इन मादक पदाथों का सेवन केवल एक व्यक्ति को ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को अस्त-व्यस्त कर देता है। युवा वर्ग द्वारा मादक पदार्थों का सेवन पूरी दुनिया में बढ़ता जा रहा है। छोटी उम्र में बहुत अधिक लोगों द्वारा मादक पदार्थों का सेवन करने और युवा आबादी के बीच मादक पदार्थों के इस्तेमाल में बहुत अधिक वृद्धि को देखते हुए इसकी रोकथाम और इलाज करने के लिए लोगों को जागरूक किया जाए।
क्लीनिकल साइकोलोजिस्ट अजय कुमार ने बताया कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग से कई बीमारियां जन्म लेती हैं। अत्यधिक शराब, धूम्रपान, भांग और अन्य नशीली दवाओं के उपयोग से मानसिक व शारीरिक विकृति उत्पन्न होती है। जैसे – कैंसर, किडनी रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह आदि बीमारियाँ हो सकती हैं। युवाओं में इसका प्रभाव बढ़ती जा रहा है, जिसके कारण चिड़चिड़ापन, गुस्सा, बेचैनी, अवसाद, समय से पहले बुढ़ापा, याददास्त कमजोर, अनिंद्रा संबधित आदि समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
नशे की लत को छोड़ने के लिए जनपद के पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला चिकित्सालय में संचालित जिला मानसिक प्रकोष्ठ मनकक्ष कमरा नंबर 40 में नि:शुल्क परामर्श, उपचार व अन्य किसी मानसिक रोग संबन्धित समस्या होने पर मन कक्ष (हेल्प लाइन नंबर 7565802028) पर सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक सम्पर्क कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में मनोचिकित्सक डॉ नितेश सिंह, डॉ अवधेश कुमार व अन्य लोग शामिल हुये थे।