हरियाणा बॉर्डर पर डेरा डाले किसानों के समर्थन में भाकियू टिकैत, ट्रैक्टर मार्च निकाल सौंपा ज्ञापन
 

चंदौली पंजाब हरियाणा के कुछ संगठनों द्वारा अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे किसानों को हरियाणा बॉर्डर पर कई दिनों से किसानों को  खुले आसमान के नीचे रोका गया है।
 

राकेश टिकैत के आह्वान पर दिल्ली जाएगा जत्था

आज एकत्रित होकर किसानों ने दिया संदेश

प्रधानमन्त्री के नाम सौंपा है अपना ज्ञापन
 

चंदौली पंजाब हरियाणा के कुछ संगठनों द्वारा अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे किसानों को हरियाणा बॉर्डर पर कई दिनों से किसानों को  खुले आसमान के नीचे रोका गया है। इसको लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आह्वान पर आज किसानों के समर्थन में भाकियू टिकैत ने जिला मुख्यालय पर ट्रैक्टर यात्रा निकालकर प्रधानमन्त्री के नाम जिलाधिकारी को पत्रक सौंपा। 


मंडल प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी ने बताया कि  सरकार के लिखित आश्वासन के बाद भी दो साल बीत जाने  पर भी ना ही एमएसपी क़ानून की गारंटी दिया,  ना ही स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू किया, ना ही किसानों का कर्जा माफ किया। अब पूर्व की तरह कमेटी बनाने का रोना रो रही है, जो किसानों के साथ छल है।


वहीं जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान ने कहा कि किसानों के साथ सरकार जितना  दुर्ब्यवहार करेगी, किसान उतना ही मजबूत और एकत्रित होगा। किसानों का त्याग और बलिदान ब्यर्थ नहीं जाएगा। किसान हमेशा जीतता आया है और आगे भी जीतेगा। किसान अपना हक लेकर ही रहेगा, चाहे सरकार कितना ही जुल्म क्यों न कर ले। 


किसानों ने  आज जिला मुख्यालय पर कई ट्रैक्टरों के साथ जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया।  उक्त अवसर पर भाकियू के सैकड़ों कार्यकर्ता, किसान और पदाधिकाकारी क्रमशः जिला उपाध्यक्ष राम दुलारे कन्नौजिया, जिला मंत्री  भोलई चौहान, जिला कोषाध्यक्ष खिचडू चौहान, सदर अध्यक्ष कन्हैया, तहसील अध्यक्ष सकलडीहा श्रवण मौर्या, मुगलसराय तहसील अध्यक्ष अलाउद्द्दीन, तहसील संगठन मंत्री हाकिम सुलेमानी, ब्लाक अध्यक्ष बरहनी जीउत मौर्या, ब्लाक संगठन मंत्री सकलडीहा छोटू यादव, ब्लाक उपाध्यक्ष झंटू राजभर, ब्लाक संगठन मंत्री धानापुर दशरथ राम, चकिया से झब्बू यादव,डॉ राजीव मौर्या, ब्लाक सहाबगंज अध्यक्ष सद्दाम हुसैन, तौहीर अहमद,श्यामधर राजभर,बाबू लाल, मनोज मौर्या, नखड़ू विश्वकर्मा, रामबंश  कुशवाहा,आदि आदि लोग ट्रैक्टर प्रदर्शन में शामिल रहे। अंत में एक पंचायत कर निर्णय लिया गया कि अगर राकेश टिकैत का आह्वान होगा तो एक बड़ा जत्था चंदौली से दिल्ली के लिए कूच करेगा।