स्कूलों में भी खेलकूद पर जोर, 81.68 लाख का बजट जारी
परिषदीय विद्यालयों में खेलों को प्रोत्साहन
विद्यार्थियों के लिए गुड न्यूज
परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई के साथ-साथ होंगे खेल
सरकार ने दिया 81.68 लाख रुपये का बजट
चंदौली जिले के परिषदीय विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए एक अच्छी खबर मिल रही है। अब परिषदीय विद्यालयों के बच्चे पढ़ाई के साथ खेल में भी निपुण होंगे। प्रधानमंत्री के खेलो इंडिया फिट इंडिया अभियान को इन विद्यालयों में गति दी जाएगी। ताकि बच्चों के अंदर पढ़ाई लिखाई के साथ साथ खेलकूद की भावना पैदा की जा सके और खेल में रुचि रखने वाले बच्चों को प्रोत्साहित किया जा सके।
बताया जा रहा है कि इसके लिए लगभग 81.68 लाख रुपये का बजट जारी किया गया है। इन विद्यालयों में पड़ने वाले बच्चों को अब पारंपरिक खेलों के साथ ही एथलेटिक्स, वैटमिंटन, शतरंज व कैरम आदि में भी पारंगत बनाया जाएगा। इसके लिए स्पोर्ट्स ग्रांट की राशि प्राथमिक विद्यालयों को पांच हजार और उच्च्य प्राथमिक विद्यालयों के लिए दस हजार रुपये की दर से आवंटित की गई है।
आपको बता दें कि जनपद में 1185 परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं। इनमें दो लाख नौ हजार 157 छात्र छात्राएं पंजीकृत हैं। संकुल, ब्लाक, जिला, मंडल व राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता इन स्कूलों के बच्चे प्रतिभाग कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। इसके लिए उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अनुदेशक भी रखे गए हैं। खेलकूद सामग्री की खरीद के लिए प्राथमिक की 36 लाख 10 हजार व उच्च प्राथमिक विद्यालयों 44 लाख 70 हजार रुपये का बजट दिया गया है। शासन ने इसकी स्वीकृति दे दी है।
इस तरह से परिषदीय विद्यालयों में खेलकूद को गतिविधियां बढ़ेगी। स्थानीय स्तर पर खेले जाने वाले पारंपरिक खेलों को भी समाहित किया जाएगा। खेलकूद सामग्री की खरीद के लिए विद्यालय परिसर में उपलब्ध खेल मैदान को भी ध्यान में लिया जाएगा। मैदान के अनुसार खेल सामग्री की खरीद होगी। इन विद्यालयों के विद्यार्थी भी राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में शामिल होंगे। इससे पहले अंतरविद्यालयीय प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी।
इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रीप्रकाश सिंह ने बताया कि शासन द्वारा परिषदीय विद्यालयों में खेल सामग्री की खरीद के लिए धनराशि जारी कर दी है। यह पैसा विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में पहुंच गया है। खेल सामग्री की खरीद कराने के लिए सभी बीईओ को निर्देश दिए गए हैं।