नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग में सुधरी चंदौली जिले की स्थिति, जानिए ताजा रैंकिंग

 
चंदौली जिले को अबकी बार नीति आयोग की विभिन्न इंडिकेटरों वाली रैंकिंग में नवां स्थान मिला है। इसको लेकर चंदौली जिले के अधिकारी काफी उत्साहित हैं। ऐसा माना जा रहा है कि विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों में अच्छी प्रगति के कारण चंदौली जिले की रैंकिंग में सुधार हुआ है ।

जिलाधिकारी कार्यालय से जारी विज्ञप्ति के अनुसार कहा गया है कि आयुक्त वाराणसी दीपक अग्रवाल के सतत मार्गदर्शन एवं जिलाधिकारी संजीव सिंह के कुशल नेतृत्व में नीति आयोग के विभिन्न इंडिकेटर्स पर अच्छी प्रगति के फलस्वरूप माह अगस्त 2021 की ओवर ऑल डेल्टा रैंकिंग  में जनपद चन्दौली को आकांक्षी जनपदों में पूरे देश मे 9 वां स्थान प्राप्त हुआ है।

कौशल विकास व वित्तीय समावेशन के मामले में 36.2 फीसद अंक के साथ देश में चौथा स्थान है। मूलभूत सुविधाओं के मामले में 75.2 प्रतिशत अंक के साथ 10वां स्थान है। 65.2 फीसद अंक के साथ शिक्षा में 11वां और 81.7 फीसद अंक के साथ स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में 21वां स्थान है। सबसे खराब स्थिति कृषि व सिचाई संसाधनों की है। इसमें 31.1 फीसद अंकों के साथ देश के 117 अतिपिछड़े जिलों में 67वां स्थान है। कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन भी अन्य विभागों की तरह अच्छा होता तो जिले की रैंकिग और अच्छी होती। जुलाई में जिले का कंपोजिट स्कोर 59.9 फीसद था, लेकिन अगस्त में 61.4 फीसद पहुंच गया। इसकी वजह से इस माह रैंकिग में सुधार हुआ है। जिला दो बार देश में पहले स्थान पर रहा। इसके बदले आयोग ने 10 करोड़ रुपये इनाम भी दिया था।

प्रदेश के अन्य आकांक्षी जनपदों में बहराइच को सातवीं, बलरामपुर को 18वीं, चंदौली को नौवीं, चित्रकूट को पांचवां, फतेहपुर को दूसरा और सिद्धार्थनगर को तीसरा और श्रावस्ती को आठवां स्थान मिला है।