बीमार है चंदौली जिले का यह पशु अस्पताल, कैसे होगा यहां पर जानवरों का इलाज

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली क्षेत्र के दो दर्जन गांव के पशुओं के इलाज करने वाला राजकीय पशु चिकित्सालय व कृत्रिम गर्भधान केंद्र सदलपुरा खुद बीमार हो जाने से इसका लाभ किसानो पशु पालको को नहीं मिल रहा है। रास्ता ,पेयजल आदि की समस्या से अस्पताल को जूझना पड़ रहा है। बताते चलें कि क्षेत्र के तीन या पंचायत के
 

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चंदौली क्षेत्र के दो दर्जन गांव के पशुओं के इलाज करने वाला राजकीय पशु चिकित्सालय व कृत्रिम गर्भधान केंद्र सदलपुरा खुद बीमार हो जाने से इसका लाभ किसानो पशु पालको को नहीं मिल रहा है। रास्ता ,पेयजल आदि की समस्या से अस्पताल को जूझना पड़ रहा है।

बताते चलें कि क्षेत्र के तीन या पंचायत के अंतर्गत आने वाले 25 गांव के पशु पालको को अच्छी सुविधा  मुहैया कराने के उद्देश से लगभग 7 वर्ष पूर्व राजकीय पशु चिकित्सालय सदलपुरा का निर्माण लाखों रुपए लागत से कराया गया। जिसपर बाकायदा प्रभारी डॉ सूर्यप्रकाश ,फार्मासिस्ट पवन सहित कर्मचारी राजकुमार जायसवाल को नियुक्त कर दिया गया। लेकिन चिकित्सालय पर जाने के लिए अभी तक रास्ता नहीं बनाए जाने से पशु पालक अपने पशु का इलाज कराने के लिए यहां पर नहीं पहुँच पाते है। यही नहीं इस भवन की खिड़की दरवाजा व फर्श टूटने लगे हैं। पशु चिकित्सालय में ग्रामीण कब्जा जमा रखे हैं। यह लगा हैंडपंप रीबोर के अभाव में खराब पड़ा हुआ है।

इन सभी समस्याओं के मकड़जाल में फंसने से अस्पताल से पशु पालको की उम्मीदे टूट चुकी हैं । जिससे इसका लाभ नही मिल पा रहा है। लाखों रुपए लागत से बना यह अस्पताल शासन की मंशा पर पानी फेर रहा है। पूछ जाने पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सूर्यप्रकाश ने बताया की रास्ते की विकट समस्या के कारण आम दिनों के साथ ही बरसात में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता है।