विद्यालयों के मैनेजर भी चला रहे जागरूकता अभियान, सरकार ने सौंपी जिम्मेदारी

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में लॉक डाउन के पहले से ही कोरोना के संक्रमण को देखते हुए विद्यालयों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। लेकिन शासन स्तर पर प्रबंधकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि अपने अपने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को जागरूक करने का काम करें। इसी तहत गुरुवार को छत्रधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दयालपुर
 

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चंदौली जिले में लॉक डाउन के पहले से ही कोरोना के संक्रमण को देखते हुए विद्यालयों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। लेकिन शासन स्तर पर प्रबंधकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि अपने अपने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को जागरूक करने का काम करें।

इसी तहत गुरुवार को छत्रधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दयालपुर सदलपुरा के प्रबंधक अरुण कुमार सिंह ने व्हाट्सएप, फेसबुक ,टि्वटर आदि के माध्यम से छात्र-छात्राओं व अभिभावकों को संदेश दिया कि कोरोना जैसी संक्रमणीय बीमारी से दूर रहने के लिए हमें अपने घरों के चौखट को नहीं लांघना है ।

अपने हाथों को साबुन पानी से धोना है । लाक डाउन का पूर्णतया पाल करना है। ताकि कोरोना को हराया जा सके।

वही हलफल महाविद्यालय जलालपुर व देवेंद्र नाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय हसनपुर के प्रबंधक कैलाश यादव ने भी अपने छात्र छात्राओं को अपने घरों में रहने की नसीहत देते हुए देश में अपना-अपना भागीदारी कोरोना को हराने के लिए देने के लिए प्रेरित किया है। कोरोना को हराना है तो लॉक डाउन का पालन करना है।