बचपन से एक्टिंग के साथ में बुलंदियों पर पहुंचने की मन में पैदा की चाहत

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले के बबुरी थाना क्षेत्र के डीघवट ग्राम निवासी मयंक कौशल चंदौली जिला के दिघवट गांव के रहने वाले हैं! उन्होंने वाराणसी में रहकर रंगमंच, नुक्कड़ ,नाटक की और अपने शिक्षा को भी ध्यान में रखकर रंगमंच भी करते रहें इन्होंने अपना शिक्षा अशोक इंटर कॉलेज से प्राप्त की है और स्नातक स्वर्गीय राम
 

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चंदौली जिले के बबुरी थाना क्षेत्र के डीघवट ग्राम निवासी मयंक कौशल चंदौली जिला के दिघवट गांव के रहने वाले हैं!

उन्होंने वाराणसी में रहकर रंगमंच, नुक्कड़ ,नाटक की और अपने शिक्षा को भी ध्यान में रखकर रंगमंच भी करते रहें इन्होंने अपना शिक्षा अशोक इंटर कॉलेज से प्राप्त की है और स्नातक स्वर्गीय राम विलास महाविद्यालय से की इन्होंने रंगमंच की शुरुआत 2015 से की और देश के कई चर्चित निर्देशकों के साथ कार्य किया और आज भी रंगमंच और फिल्मों से जुड़े हुए हैं ।


सबसे पहले इन्होंने शॉर्ट फिल्म निष्ठा आर्ट फ़िल्म प्रोडक्शन के द्वारा सबक, पहल, रक्तव्युह ,मिट्टी एक किसान की कहानी, और ईद जैसी आदि शार्ट फिल्में की
2018 में इन्होंने अपनी पहली शुरुआत साउथ फिल्म (gypsy) जिप्सी में नेगेटिव किरदार किया था ।
हिंदी फ़िल्म-रक्तंचाल, द रेड लैंड जैसी वेब सीरीज में भी कार्य किया!


इन्होंने कई भोजपुरी फिल्मों डोली, सरफरोश ,दिल मिल गए, दस्तक, पटना के बाबू ,नईहर की चुनरी में इन्होंने अपना एक अलग पहचान बनाई ।
कई टीवी सीरियल भी किए और यह बहुत ही सुगमता से फिल्म जगत में अपनी पहचान बना रहे हैं ।
इनके परिवार का बैकग्राउंड देखा जाए तो उनके परिवार से फिल्म जगत में कोई नहीं है।