आरक्षण के संरक्षण की मीटिंग, गोष्ठी में किया गया समर्थन
चंदौली जिले के सैयदराजा विधानसभा क्षेत्र के अमड़ा गांव में आज प्रतिनिधित्व आरक्षण उसका संरक्षण तथा हम सब का दायित्व विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में रोटी, कपड़ा, मकान एवं स्वास्थ्य शिक्षा और सम्मान को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
इस मौके पर मुख्य अतिथि अर्जुन आर्या ने कहा कि बुद्ध, फुले, पेरियार, रैदास, कबीर और डॉ अम्बेडकर के विचारों को आत्मसात करते हुए संगठित होकर शिक्षा को अपना हथियार बनाएं। मूल निवासी समाज के कमजोर होने की वजह जातिगत पार्टी बनाकर छोटे-छोटे गुटों में बिखर जाता है। जिस दिन जातीय संगठन के लोग स्वार्थ से ऊपर उठकर संगठित हो जाएंगे उनके हाथों में सब कुछ होगा। यह तभी संभव है जब हम शिक्षित होंगे। शिक्षा नौकरी के लिए भले ही ना हो लेकिन शिक्षा को ज्ञानअर्जन के उद्देश्य से जरूर ग्रहण किया जाए।
उन्होंने कहा शिक्षा वह रोशनी है, जिससे अंधेरे में भी देखना आसान हो जाता है। इससे शारीरिक व्यक्तित्व और मानसिक शक्ति के साथ-साथ हमारे जीवन शैली को भी बेहतर बनाया जा सकता है।
दिनेश चंद्र ने कहा युवाओं में नशे की बढ़ती लत उनके अशिक्षित होने और गिरते जीवन स्तर का जीवंत उदाहरण है। महिलाएं पुरुषों को नशे का शिकार होने से बचाएं। बच्चों को पढ़ाएं-लिखाएं ताकि बच्चे शिक्षित होकर डॉक्टर, इंजीनियर, एसपी, डीएम बनकर भविष्य में आने वाले अच्छे या बुरे सभी परिस्थितियों को आसानी से संभाल सके।
इस मौके पर प्रदेश सचिव जोखन सिद्दीकी ने कहा आज लोकतंत्र खतरे में है। भारतीय संविधान में दलित पिछड़ा और अल्पसंख्यक को दिया गया अधिकार समाप्त किया जा रहा है। धर्म की राजनीति करके संविधान पर सीधा प्रहार हो रहा है। लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए दलित पिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज को शिक्षित और संगठित होकर अपनी तकदीर खुद लिखनी होगी।
इस अवसर पर सुहेल अहमद, महावीर प्रसाद, अलाउद्दीन जख्मी, हाफिज अली, हरिद्वार, टेंगरी, संग्राम, छोटू, शशिकांत, राम अवतार, विपिन, बिहारी, मनीष कुमार, रामायण राम, अशोक कुमार, संजीव कुमार समेत काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।