अभिभावक व स्कूल मैनेजरों के साथ विधायक साधना सिंह व DM की मौजूदगी में क्या हुई चर्चा
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चंदौली जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के अभिभावकों द्वारा कोरोना आपदा काल में बंद पड़े विद्यालयों में फीस माफी व रियायत को लेकर किए जा रहे अभिभावकीय आंदोलन को संज्ञान में लेते हुए स्थानीय विधायक साधना सिंह के प्रस्ताव और जिला अधिकारी चंदौली की मध्यस्ता और उपस्थिति में जिलाधिकारी कार्यालय के सभागार में अभिभावकों और स्कूल प्रवन्धकों के बीच एक संयुक्त वार्ता की गई। इस अवसर में शिक्षा अधिकारी व व्यापार मंडल के भी पदाधिकारी उपलब्ध थे।
इस वार्ता में जिला अधिकारी महोदय ने यह प्रस्ताव रखा कि यह आपदा स्थायी नहीं हैं। अतः दोनों पक्षों को एक दूसरे के सहयोग और मदद की भावना से आपसी सहमति से इस समस्या का समाधान खोजने को प्राथमिकता देना ही उद्देश्य होना चाहिये।
इस पर विधायक साधना सिंह जी ने कहा दोनों पक्ष हमारे अपने हैं। इसलिए आत्मिक रिश्तों को सम्मान देते हुए आप दोनों पक्ष (अभिभावक व स्कूल प्रबंधक )इस वार्ता को आगे बढ़ाएं।
वार्ता के प्रारंभ में अभिभावक पक्ष की ओर से विचार रखा गया कि विद्यालय बंद है और कोरोना आपदा से हम सभी अभिभावक आर्थिक, व्यावहारिक, सामाजिक सभी तरह से प्रभावित हुए हैं। हम मध्यमवर्ग की स्थिति बहुत की विकट और दुखदायी हैं क्योंकि मध्यमवर्गीय अभिभावक अपनी आय पर ही आधारित रहता हैं। यह आधार अचानक इस कदर प्रभावित हुआ हैं कि वह स्कूल की मांगी जा रही फीस देने में लाचार हैं।
अभिभावकों की ओर से बोलते हुए आंदोलन पक्षकार श्री चन्द्र भूषण मिश्र ने कहा कि जो अभिभावक प्रतिवर्ष 2 माह का फीस बिना शिक्षा काल के स्कूल प्रबंधक को देता रहा हैं। अगर आज वो लाचार न होता तो फीस माफी की मांग ही नहीं करता।
इस पर प्रबंधकों की तरफ से प्रवन्धक संघ के अध्यक्ष विनय वर्मा जी ने कहा जो संभव था हम सब करने को तैयार हैं। पर बड़े प्रबंधकीय संस्थान फीस माफी के पक्ष में बिलकुल नहीं हैं ।
इस पर अभिभावक आंदोलन प्रमुख सतनाम सिंह ने कहा कि विद्यालय शिक्षा का मंदिर है और इसे व्यापार का स्थान ना बनाएं। इस कोरोना काल में मुनाफे की तरफ ध्यान ना देते हुए अपने स्कूलों के बच्चों के अभिभावकों की मजबूरी को समझें और इस मुसीबत की घड़ी में उनका साथ दें। जब तक विद्यालय बंद हैं तब तक पूरी फीस में से 50 परसेंट अभिभावकों को रियायत दें और बाकी फीस ले।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष रमेश जयसवाल जी ने दोनों पक्ष में समन्वय बनाने में पूरा सहयोग दिया एवं उन्होंने कहा कि अभिभावक और स्कूल प्रबंधक एक दूसरे के पूरक हैं । सब को एक दूसरे के साथ ही प्रेम पूर्वक रहना है इसलिए दोनों पक्ष आमने-सामने बैठकर एक उचित रास्ता निकाल दें।
आज की मीटिंग में लगभग 50 की संख्या में अभिभावक मौजूद थे। जिसमें मुख्य रुप से विकास खरवार, प्रकाश गुप्ता, अमित महलका, राजेश गुप्ता, दिनेश शर्मा, एसके भाई, आनंद जी, सुनील जयसवाल, कुलविंदर सिंह, अमित गुप्ता, दुर्गेश मिश्रा, मुकेश अग्रवाल, राजू जायसवाल, मनीष जयसवाल, पंकज खरवार, रोहित सचदेवा, ललित जी और कई अभिभावक उपस्थित थे।