बाढ़ राहत तैयारियों पर प्रभारी मंत्री संजीव गोंड की समीक्षा बैठक संपन्न, 41 शिविरों में सभी सुविधाएं सुनिश्चित
41 राहत शिविरों में सभी व्यवस्थाएं पूरी
शिविरों में पौष्टिक भोजन और शुद्ध पानी की उपलब्धता
मंत्री संजीव गोंड ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
चंदौली जनपद में बाढ़ प्रभावित परिवारों को त्वरित राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। बुधवार को समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के राज्य मंत्री एवं जनपद प्रभारी मंत्री संजीव गोंड ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग, पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे और मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं सहित अन्य अधिकारियों के साथ बाढ़ राहत व्यवस्था की समीक्षा बैठक की।
41 राहत शिविरों में पूर्ण सुविधाएं
बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल 41 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन, शुद्ध पेयजल, बिजली, पंखे, सोने की व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। प्रत्येक शिविर में साफ-सफाई और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए दूध की व्यवस्था
जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि शिविरों में पौष्टिक भोजन के साथ 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों और 60 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्धों के लिए दूध की अलग से व्यवस्था की गई है।
बाढ़ प्रभावित पशुओं के लिए विशेष सुविधा
बैठक में यह भी बताया गया कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के पालतू पशुओं के लिए भी सुरक्षित ठिकाने और चारे-पानी की व्यवस्था की गई है। पशु चिकित्सक नियुक्त कर बीमार पशुओं का समय-समय पर इलाज कराया जा रहा है।
मंत्री ने दिए सख्त निर्देश
मंत्री संजीव गोंड ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी राहत शिविरों में नाश्ता, भोजन और पानी समय पर उपलब्ध हो। रोशनी, पंखा, स्वच्छता और सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की शिकायत नहीं आनी चाहिए और अधिकारी नियमित रूप से शिविरों का भ्रमण करें।
फसलों और मकानों का मुआवजा जल्द
मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि बाढ़ से क्षतिग्रस्त फसलों और ध्वस्त मकानों को तुरंत चिन्हित कर रिपोर्ट तैयार की जाए, ताकि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पीड़ितों को समय पर मुआवजा और आवास योजना के तहत नए मकानों का लाभ दिया जा सके।
बैठक में मौजूद रहे ये अधिकारी
बैठक में अपर जिलाधिकारी न्यायिक रतन वर्मा, उप जिलाधिकारी अनुपम मिश्रा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाई.के. राय, जिला पूर्ति अधिकारी मनीष विक्रम, परियोजना निदेशक डीआरडीए बी.बी. सिंह, जिला पंचायती राज अधिकारी नीरज सिन्हा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सचिन कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।