मृत्युभोज को अभिशाप बताकर चकिया गांव में बांटा गया कंबल, ऐसे दी श्रद्धांजलि
 

इस मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि इस प्रकार लोगों की मदद करके या कोई सार्वजनिक उपयोग हेतु निर्माण कार्य करके मृतक का सम्मान बढ़ाया जा सकता है। वहीं तेरही जैसे कार्यों को बेवजह वाले खर्चे बताए गए।
 

अब मृत्युभोज व तेरही का हो रहा बहिष्कार

श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर बांटा कंबल

फालतू खर्चों की जगह गरीबों की मदद का प्लान

चंदौली जिले में आए दिन कुछ न कुछ नए तरीके से लोगों को मृत्युभोज को लेकर जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी तरह नए युवक आपने  तरीके से मृत्युभोज को अभिशाप बताकर इसको बंद कराने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं।

बताते चलें कि जिला मुख्यालय स्थित ग्राम सभा चकिया के रहने वाले महाबोधि शिक्षण संस्थान के संस्थापक संजय मौर्य की माता जी का परिनिर्वाण 25 अक्तूबर को गया था, जिनके लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन और प्रसाद वितरण कर कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें आसपास के गरीबों और जरूरतमंद लोगों को कम्बल वितरित कर उनको सम्मान प्रसाद वितरित किया गया।

इस मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि इस प्रकार लोगों की मदद करके या कोई सार्वजनिक उपयोग हेतु निर्माण कार्य करके मृतक का सम्मान बढ़ाया जा सकता है। वहीं तेरही जैसे कार्यों को बेवजह वाले खर्चे बताए गए। लोगों ने इस पहल को स्वीकार करते हुए ऐसे कार्यों को आगे बढ़ाने की बात कही।

इस मौके पर संजय मौर्य, रामअवध मौर्य, मोती लाल मौर्य, नकछेद मौर्य, सुरेश मौर्य, राजीव, तेजधारी, गौतम, परमहंस मौर्य इत्यादि लोग मौजूद रहे।