ODF प्लस स्कीम में फेल हो गयीं जिले की दो नगर पंचायतें व एकलौती नगर पालिका, होगी कार्रवाई

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले के नगर निकायों को ओडीएफ (ओपन डेफिकेसन फ्री) प्लस बनाये जाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत लाखों रुपये खर्च किये जा चुके हैं, पर उसका परिणाम आशा के अनुरूप नहीं दिख रहा है। इसकी जांच के लिए भारत सरकार की ओर से क्यूसीआई (क्वालिटी काउंसिल इंडिया) की ओर से कराए गए
 

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चंदौली जिले के नगर निकायों को ओडीएफ (ओपन डेफिकेसन फ्री) प्लस बनाये जाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत लाखों रुपये खर्च किये जा चुके हैं, पर उसका परिणाम आशा के अनुरूप नहीं दिख रहा है।

इसकी जांच के लिए भारत सरकार की ओर से क्यूसीआई (क्वालिटी काउंसिल इंडिया) की ओर से कराए गए थर्ड पार्टी सर्वे में उत्तर प्रदेश के कुल 51 नगर निकाय फिसड्डी साबित हुए हैं । इसमें जिले की दो नगर पंचायत चंदौली व चकिया समेत नगर पालिका पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर भी शामिल हैं।

आपको बता दें कि जिले के इन तीनों नगर निकायों के ओडीएफ प्लस के पुन: प्रमाणीकरण के लिए पिछले दिनों सर्वे किया गया था, जिसमें इनकी पोल खुल गयी है। नगर निकायों को ओडीएफ बनाये जाने के बाद स्वच्छ भारत मिशन के तहत उन्हें ओडीएफ प्लस का दर्जा दिलाने के लिए प्रयास किया गया।

इसके तहत सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय बनाये जाने के साथ उसकी साफ-सफाई के लिए जोर दिया जाता है। ओडीएफ प्लस का दर्जा प्राप्त करने के बाद नगर निकायों के पुन: प्रमाणीकरण के लिए भारत सरकार की ओर से निर्धारित मानकों के आधार पर क्यूसीआई (क्वालिटी काउंसिल इंडिया) द्वारा थर्ड पार्टी निरीक्षण कराया गया।

इसमें उत्तर प्रदेश के 51 नगर निकाय असफल हुए हैं। इसमें चंदौली जिले के दो नगर पंचायत चकिया व चंदौली तथा नगर पालिका पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर शामिल है। ओडीएफ में असफल हुए नगर निकायों की सूची के साथ 22 जनवरी को स्वच्छ भारत मिशन के राज्य मिशन निदेशक उत्तर प्रदेश की ओर से निदेशक नगर निकाय को पत्र लिखकर असफल हुए नगर निकायों की अनुशासनिक कार्रवाई की संस्तुति की है।