चंदौली मेडिकल कॉलेज में अगले महीने शुरू होगी OPD, जानिए कैसी हो रही है तैयारी

बाबा कीनाराम स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के नौ विभागों की ओपीडी सेवा जिला अस्पताल में नवंबर से शुरू होगी। महाविद्यालय प्रशासन की ओर से इसके लिए विशेषज्ञों और डाक्टरों की तैनाती की जा चुकी है।
 

शासन की ओर से की जा चुकी है डॉक्टर और स्टाफ की तैनाती

नवंबर से देखे जाएंगे मरीज

बाबा कीनाराम स्वाशाअसी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में शुरू हो जाएगी OPD

चंदौली जिले की बाबा कीनाराम स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के नौ विभागों की ओपीडी सेवा जिला अस्पताल में नवंबर से शुरू होगी। महाविद्यालय प्रशासन की ओर से इसके लिए विशेषज्ञों और डाक्टरों की तैनाती की जा चुकी है। वहीं स्टाफ भी नियुक्त कर लिए गए हैं। 

आपको बता दें कि नौबतपुर नेशनल हाईवे पर स्थित चिकित्सा महाविद्यालय में सत्र 2024-25 के लिए चिकित्सा (एमबीबीएस) की 100 सीटों पर प्रवेश साथ ही पढ़ाई भी प्रक्रिया चल रही है। जिला अस्पताल में ओपीडी की सेवाएं शुरू होने से जिलेवासियों को सहूलियत होगी। इसके साथ ही बिहार का समीपवर्ती इलाका भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले सकेगा। प्रमुख रूप से मेडिसिन विभाग, बाल रोग विभाग, त्वचा रोग विभाग, टीबी चिकित्सा विभाग, जनरल सर्जरी, हड्डी रोग विभाग, कान नाक गला विभाग, नेत्र विभाग व महिला विभाग की ओपीडी चिकित्सा सुविधा मिलने लगेगी। ओपीडी चालू होते ही मरीज को जांच और दवाओं की उपलब्धता भी रहेगी। 

जानकारी के अनुसार ओपीडी संचालन के लिए सभी तैयारी पूरी हो चुकी हैं। फर्नीचर व संसाधन उपलब्ध हो गए हैं। मेडिकल कालेज के चिकित्सालय भवन तैयार हो रहा। फिलहाल कालेज की ओपीडी जिला अस्पताल में शुरू कराने की तैयारी है। इसके चालू हो जाने से जिले के मरीजों को बेहतर उपचार मिलेगा। 

इस संबंध में प्राचार्य डॉक्टर अमित सिंह का कहना है कि कालेज में ओपीडी शुरू होने से जिले वासियों बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी। मरीज व उनके तीमारदारों की भी सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। तीन विभाग की ओपीडी ट्रायल के रूप में शुरू कराई गई है। 

वही बताया जा रहा है कि मेडिकल कालेज में ओपीडी शुरू होने के बाद लगभग नौ माह के अंदर ही 530 बेड क्षमता का अस्पताल भी शुरू हो जाएगा। अभी 330 बेड के भवन का निर्माण प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त जिला अस्पताल व मातृ- शिशु विंग के 100-100 बेड के भवन का अधिग्रहण किया गया है। इसका विलय भी कालेज में करा दिया गया है। विशेषज्ञ डाक्टरों की तैनाती लगभग पूरी हो चुकी है। नर्सिंग स्टाफ की भी नियुक्ति की प्रक्रिया शासन स्तर पर चल रही है। कालेज में भर्ती मरीजों के लिए को भोजन व नाश्ते की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।