फत्तेपुर में मौत के बाद गांव में तनाव का है माहौल, तैनात कर दी गई है पीएसी

घायलों को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर तीनों को वाराणसी के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान दरोगा यादव की मौत हो गई।
 

जमीन के पुराने विवाद ने ली युवक की जान

पंचायत के दौरान रिटायर्ड फौजी ने की फायरिंग

इलाज के दौरान दरोगा यादव की मौत

घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल

गांव में तनाव को देखते हुए पीएसी तैनात

चंदौली जनपद के सदर कोतवाली क्षेत्र के फत्तेपुर कला गांव में मंगलवार को जमीन विवाद को लेकर हुई फायरिंग में एक युवक की मौत और दो अन्य के घायल होने के बाद से गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। हालात को देखते हुए पुलिस बल के साथ पीएसी की तैनाती कर दी गई है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

पट्टीदारों के बीच चल रहा था भूमि विवाद

आपको बता दें कि मंगलवार को गांव में जमीन के पुराने विवाद को सुलझाने के लिए पंचायत चल रही थी। इसी दौरान एक पक्ष से जुड़े सेवानिवृत्त फौजी मुकेश यादव ने अचानक अपनी लाइसेंसी पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। घटना में सोहदवार निवासी दरोगा यादव, रमेश यादव, और फत्तेपुर कला निवासी अंशु यादव गोली लगने से घायल हो गए।

इलाज के दौरान युवक की मौत

घायलों को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर तीनों को वाराणसी के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान दरोगा यादव की मौत हो गई, जबकि अन्य दो की हालत अब स्थिर बताई जा रही है।

मुख्य आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने घटना के बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी मुकेश यादव को हिरासत में ले लिया। बुधवार को उसे गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। मृतक की पत्नी मनीषा देवी की तहरीर पर पुलिस ने एक नामजद सहित पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

गांव में अब भी दहशत

घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत और तनाव का माहौल बना हुआ है। सीओ सदर देवेंद्र प्रताप सिंह और कोतवाल अर्जुन सिंह देर शाम तक गांव में डटे रहे। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि गांव की सुरक्षा के लिए पीएसी तैनात कर दी गई है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।

मृतक के घर में मातम

दरोगा यादव की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और न्याय दिया जाए।