चिरईगांव में प्राथमिक विद्यालय की करवा लीजिए चेकिंग, बिना मानक के बन रहे हैं कमरे      

चंदौली जिले में सरकार बच्चों को शिक्षित करने पर जोर दे रही है लेकिन ठेकेदार स्कूल भवनों का निर्माण मानक के अनुरूप नहीं कराए जा रहें हैं।
 

बीएसए साहब देख लीजिए चिरईगांव में प्राथमिक विद्यालय का हाल

जान लीजिए कैसे हो रहा है दो कमरों का निर्माण

ग्रामीणों ने डीएम-एडीएम-बीएसए से की ठेकेदार की शिकायत

चंदौली जिले में सरकार बच्चों को शिक्षित करने पर जोर दे रही है लेकिन ठेकेदार स्कूल भवनों का निर्माण मानक के अनुरूप नहीं कराए जा रहें हैं। इससे नवनिर्मित स्कूल भवन के ध्वस्त होने का खतरा बना रहेगा।

आपको बता दें कि प्रशासनिक अमला की अनदेखी के चलते शिक्षा के मंदिर की नींव कमजोर बनाई जा रही है। इसका उदाहरण बरहनी विकास खंड के चिरईगांव में देखने को मिल सकता है। गांव में प्राथमिक विद्यालय के दो कक्षीय भवन का निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल भवन निर्माण में मानक की अनदेखी की जा रही है। गांव के लोगों ने डीएम, एडीएम, बीएसए व बीईओ को पत्रक देकर ठेकेदार पर अनियमितता का आरोप लगाया है। 


ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारियों के संज्ञान में मामला लाए जाने के बाद मानक के अनुरूप भवन निर्माण की उम्मीद है। 


गांव के राम सेवक सिंह, संता विलास सिंह, अर्जुन, अभय नारायण सिंह, सतीश कुमार, सत्येंद्र आदि ने कहा कि गांव में प्राथमिक विद्यालय के दो कक्षीय भवन का निर्माण स्वीकृत हुआ था। मानक के अनुरूप नींव की भराई नहीं हुई। प्लास्टर व मसाला मानक के अनुरूप नहीं लगाया गया। दो नंबर की ईंट का प्रयोग किया गया। मानक विहीन निर्माण के चलते किसी भी समय बरसात में विद्यालय गिर सकता है। अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हो सका है। 

अभिभावकों ने बताया कि मानक के अनुरूप काम न होने से विद्यालय के गिरने का भय बना रहेगा। इससे शिक्षकों व छात्रों दोनों की जान को खतरा रहेगा। दुर्घटना के भय से अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय नहीं भेजेंगे। चेतावनी दी कि मानक के अनुरूप काम नहीं हुआ और ठेकेदार पर कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।