गेहूं की खेती की तैयारी में जुटा विभाग,किसान ना हो परेशान, हो रहा है बीज व उर्वरक का इन्तजाम

चंदौली जिले में रबी के चालू सीजन में कृषि विभाग की ओर से 1.10 लाख हेक्टेयर में गेहूं की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस बार 379.984 मोट्रिक टन उत्पादन की उम्मीद की गई है।
 

चंदौली जिले में रबी फसल की तैयारी

1.10 लाख हेक्टेयर में गेहूं की खेती का लक्ष्य

 जौ, चना, मटर, मसूर, अरहर, सरसों की भी होगी खेती

चंदौली जिले में रबी के चालू सीजन में कृषि विभाग की ओर से 1.10 लाख हेक्टेयर में गेहूं की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस बार 379.984 मोट्रिक टन उत्पादन की उम्मीद की गई है। साथ ही उत्पादकता 38.82 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रखी गई है। इसके अलावा जौ, चना, मटर, मसूर, अरहर, सरसों आदि की खेती के लिए भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है, ताकि किसानों को खेती के जरिये मुनाफा हो सके।

कृषि प्रधान जनपद में मौसम के बिगड़ने के कारण खरीफ की प्रमुख फसल धान की खेती पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। मैदानी इलाकों को छोड़ दें तो पर्वतीय क्षेत्रों नौगढ़, शिकारगंज व वनगांवा में औसत से कम बारिश के कारण पचास फीसदी से ऊपर खेत परती ही रह गए। इससे अन्नदाताओं को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।

 जिन किसानों ने धान की रोपाई नहीं की है वह गेहूं की खेती को लेकर आशान्वित हैं। किसानों का मानना है कि यदि मौसम ने साथ दिया तो गेहूं की अगेती खेती से नुकसान की भरपाई हो सकती है। 


आपको बता दें कि गेहूं की खेती के लिए बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। समय से उत्तम प्रजाति का बीज उपलब्ध करा दिया गया है, ताकि किसानों को बीज के लिए परेशानी का सामना न करना पड़े। वहीं उर्वरक की उपलब्धता भी सुनिश्चित है। किसानों को उर्वरक के लिए परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। 

इस संबंध में जिला कृषि स्नेहा प्रभा जी का कहना है कि गेहूं की खेती के लिए किसानों को उत्तम प्रजाति का बीज को उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि किसानों को बीज के लिए परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही उर्वरक की भी कमी नहीं आने दी जाएगी।