होली के त्यौहार पर भी गांव में है गंदगी की भरमार, कहने पर भी नहीं सुनती हैं सफाई कर्मी

मौजूद लोगों का कहना है कि सफाई कर्मचारी गांव की रहने वाली वह दबंगई के साथ मनमाने तरीके से काम करती है। गांव के लोग कई बार उनको सफाई के लिए बोले, लेकिन वह सफाई का कार्य नहीं करती हैं।
 



होली के पर्व पर भी नहीं होती है गावों में सफाई

नदारत रहती हैं महिला सफाई कर्मी

ग्राम सचिव की भी नहीं सुनती है महिला सफाई कर्मचारी


चंदौली जिले के बरहनी विकासखंड  में ग्राम पंचायत दरौली गांव में ग्रामीणों ने होली  पर्व पर भी अपने हाथों से गली का सफाई किया। लोग जानते हैं कि महिला सफाईकर्मी तो गांव में होली के मौके पर आएगी ही नहीं। इसलिए अपनी गंदगी अपने से साफ कर ली जाय।

नाराज ग्रामीणों ने बताया कि गांव में तैनात महिला सफाईकर्मी का नाम बिंदा पत्नी ईश्वर दयाल है। वह पास की ही रहने वाली है। इसीलिए तैनात सफाईकर्मी अपनी मनमानी से कार्य करती है और दो-तीन महीनों में कभी मन करता है तो सफाई होती है, नहीं तो ग्राम पंचायत के लोग खुद ही अपनी गलियों की सफाई करते हैं।

होली के पर्व पर गली में अधिक गंदगी और रोड पर भरे कीचड़ की ग्रामीणों ने सफाईकर्मी को सफाई के लिए कहा परंतु सफाई कर्मी नहीं आए और न ही किसी गली की सफाई की। इससे संबंधित शिकायत ग्रामीणों ने सचिव रितेश सिंह और ग्राम प्रधान बिंदू यादव से की तो उन्होंने कहा कि अभी भेजकर सफाई करवा रहे हैं, लेकिन ग्राम प्रधान और सचिव की बात सुनकर भी सफाईकर्मी नहीं आए।

 मौजूद लोगों का कहना है कि सफाई कर्मचारी गांव की रहने वाली वह दबंगई के साथ मनमाने तरीके से काम करती है। गांव के लोग कई बार उनको सफाई के लिए बोले, लेकिन वह सफाई का कार्य नहीं करती हैं। केवल प्रधान व सेक्रेटरी से सेटिंग करके हर महीने सैलरी ले लेती है।

गांव में ग्रामीणों के सहयोग से गली की सफाई करने वालों में जितेंद्र यादव, वीर प्रताप, धर्मेंद्र यादव, बलवंत यादव, मालती देवी, धनपति देवी, सत्येंद्र सिंह आदि लोग मौजूद रहे।