सपा के जांच दल ने विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव को दी क्लीन चिट,  अनिरुद्ध सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग

मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर जिले के नेताओं से मिलने और 5 दिसंबर की घटना की जांच करने के लिए आया हुआ था। इस घटना में पुलिस और समाजवादी पार्टी के नेताओं के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें पुलिस की लाठीचार्ज से कई समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता घायल भी हुए थे।    
 

पुलिस और समाजवादी पार्टी के नेताओं के बीच मुठभेड़ हुई थी,

पुलिस की लाठीचार्ज से कई समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता घायल भी हुए थे।  

चंदौली जिले में समाजवादी पार्टी के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल आज पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर जिले के नेताओं से मिलने और 5 दिसंबर की घटना की जांच करने के लिए आया हुआ था। इस घटना में पुलिस और समाजवादी पार्टी के नेताओं के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें पुलिस की लाठीचार्ज से कई समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता घायल भी हुए थे।    

  समाजवादी पार्टी के इस प्रतिनिधिमंडल में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के साथ साथ समाजवादी पार्टी की सरकार के दो पूर्व मंत्री और एमएलसी आशुतोष सिन्हा के साथ अन्य सदस्य शामिल थे। सभी ने घटनास्थल का दौरा करने के साथ-साथ पार्टी के नेताओं से बातचीत की और घायल लोगों से भी मुलाकात की।        

 इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव इस मामले में पूरी तरह से निर्दोष हैं और पुलिस ने समाजवादी पार्टी के दो नेताओं को नामजद बनाने के साथ-साथ 150 लोगों के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज किया है वह पूरी तरह से गलत है। कायदे से पुलिस के उच्च अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए, जिसने बेवजह समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया और उनको गालियां दीं।

इतना ही नहीं प्रतिनिधिमंडल ने समाजवादी पार्टी की महिलाओं के साथ पुलिस के द्वारा अभद्रता किए जाने की भी बात कही गई। अब देखना यह है कि प्रतिनिधिमंडल अपने रिपोर्ट जब पार्टी के आलाकमान को देता है तब उस पर किस तरह से कार्रवाई होती है।