मेडिकल कॉलेज द्वारा बंद किये गए रास्ते को लेकर धरना प्रदर्शन,  एसडीएम ने खत्म कराया धरना
 

खेदाई नारायनपुर से जीटी रोड को जोड़ने वाला मार्ग को मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों द्वारा बंद किया गया था,  जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आज ग्रामीणों द्वारा  छठे दिन बंद रास्ते को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं थे।
 

खेदाई नारायणपुर गांव का रास्ता बंद

रास्ता बंद होने पर ग्रामीणों कर रहे थे प्रदर्शन

लोगों की शिकायत सुनने मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर

दिया ये आश्वासन तो खत्म हुआ धरना

चंदौली  जिले के थाना सैयदराजा के खेदाई नारायनपुर गांव मे मेडिकल कॉलेज द्वारा बंद किए गए  रास्ते को लेकर बुधवार को भी लोगों ने महिलाओं व बच्चों के साथ फावडे लेकर धरना दिया। रास्ते की मांग को लेकर लगातार छः दिन से लगातार धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया जा रहा है। इसी पर एसडीएम सदर के समझाने पर आज धरना समाप्त किया गया है।

दरअसल बंद किए गए रास्ते को लेकर लोगों में आक्रोश पनप रहा था। वहीं गांव के लोगों ने बताया कि सैयदराजा थाना क्षेत्र के बठ्ठी कमरौर गांव में बन रहे नव निर्माणाधीन बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज द्वारा  गांव का बंद किए जाने से गांव के लोग अपने गांव में कैद हो जाएंगे. रास्ते को बंद करने की हरकत को लेकर सबने नाराजगी जताई थी ।


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खेदाई नारायनपुर से जीटी रोड को जोड़ने वाला मार्ग को मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों द्वारा बंद किया गया था,  जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आज ग्रामीणों द्वारा  छठे दिन बंद रास्ते को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं थे। गांव के रामबचन राम बताया कि कई वर्षों पूर्व मेडिकल कॉलेज के पूर्वी छोर से रास्ता था।  कुछ दिन पहले अधिकारियों ने पूरे फोर्स के साथ गुपचुप तरीके से रास्ते को बंद किया,  जिससे हम लोगों को रास्ता बंद हो जाने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इस बाबत पर ग्राम प्रधान शैलेंद्र यादव ने बताया कि आज धरना का छठा दिन था। हम लोग अपने गांव के साथ मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर जाकर समस्या को अवगत कराया था, जिस पर बुधवार को मौके पर आये एसडीएम सदर को रास्ते की समस्या का अवगत कराया और लोगों ने बताया कि सन् 2017 में जिला पंचायत अध्यक्ष सरिता सिंह के साथ जिला पंचायत सदस्य मीना सिंह द्वारा फेंकना देवी के घर से लेकर जीटी रोड तक इंटरलॉकिंग का लोकार्पण कार्य कराया गया था, लेकिन मेडिकल कॉलेज द्वारा उक्त रास्ते को बंद कर दिया गया था। एसडीएम द्वारा मेडिकल कालेज  के अधिकारियों को रास्ते पर काम ना लगाने कहा और साथ ही लोगो को मौखिक रूप से रास्ते की समस्या का निवारण किया गया।

 

 इस दौरान प्रदर्शनकारियों में धर्मेंद्र राम ,भरोस राम, मीरा देवी, गीता देवी ,रामनारायण , निशा कुमारी , रामबचन राम , शारदा देवी, रामउग्रह राम, बसंती देवी, सीता राम, मुनरी देवी आदि सैकड़ों लोग शामिल रहे।