चारी, सुढ़ना व बकौड़ी गांव के कोटेदारों के खिलाफ कार्रवाई, कोटा सस्पेंड

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show जिले की सदर तहसील में राशन वितरण में अनियमितता पाए जाने पर उपजिलाधिकारी सदर विजय नारायण सिंह ने चारी गांव की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान को निलंबित कर दिया है। वहीं निलंबित कोटेदारों के यहां के कार्डधारकों को चिरईगांव के सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों से संबद्ध कर दिया गया है। लॉकडाउन में भी
 

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show

जिले की सदर तहसील में राशन वितरण में अनियमितता पाए जाने पर उपजिलाधिकारी सदर विजय नारायण सिंह ने चारी गांव की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान को निलंबित कर दिया है। वहीं निलंबित कोटेदारों के यहां के कार्डधारकों को चिरईगांव के सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों से संबद्ध कर दिया गया है।

लॉकडाउन में भी कोटेदार राशन वितरण में घालमेल से बाज नहीं आ रहे हैं। चारी गांव के लोगों ने कुछ दिनों पूर्व कोटेदार पर राशन वितरण में अनियमितता बरते जाने की शिकायत जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल से की थी। जिस पर जिलाधिकारी ने शिकायत की जांच का निर्देश दिया था।

क्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षक नरेंद्र चौबे ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की और दो दर्जन कार्डधारकों का बयान लिया था। जिसके बाद उन्होंने अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर उपजिलाधिकारी ने चारी गांव के सस्ते गल्ले की दुकान को निलंबित कर दिया है। इससे पूर्व राशन वितरण में अनियमितता पर सुढ़ना और बकौड़ी गांव की सस्ते गल्ले के दुकान को भी निलंबित कर उनके यहां के कार्डधारकों को अलग-अलग गांवों से संबद्ध कर दिया गया है।

सुढना गांव के कोटेदार के खिलाफ तो कंदवा थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। इस संबंध में पूर्ति निरीक्षक नरेंद्र चौबे ने बताया कि अनियमितता के आरोप में दुकान को निलंबित कर वहां के कार्डधारकों को चिरईगांव की सस्ते गल्ले की दुकान से संबद्ध कर दिया गया है।