कम्युनिटी पुलिसिंग का अभियान, महिला सशक्तिकरण के लिए महिला बीट अधिकारी की पहल
शक्ति दीदी योजना का पायलट प्रोजेक्ट
शक्ति दीदी के द्वारा चलाया जा रहा सुरक्षा जागरूकता अभियान
महिलाओं के लैंगिक उत्पीड़न रोकने पर जोर
चन्दौली जिले में जनपद के समस्त थाना और क्षेत्रों में शक्ति दीदी योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चलाए जाने का निर्णय लिया गया है जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक सदर के नेतृत्व में जनपद के समस्त थानों पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों को कार्यस्थल पर महिलाओं के लैंगिक उत्पीडन (निवारण, प्रतिषेध व प्रतितोष) कानून में उल्लिखित प्राविधानों, नियमों के बारे में प्रशिक्षित व जागरूक किया गया।
बताते चलें कि चंदौली पुलिस के समस्त थानों की महिला महिला बीट अधिकारियों एवं एंटी रोमियो टीमों द्वारा चौपाल लगाकर तथा विद्यालयों में जाकर व क्षेत्र में भ्रमण कर महिलाओं व बालिकाओं की समस्याओं का निस्तारण तथा सहायता हेतु प्रशिक्षण देने का कार्य किया जा रहा है।
महिलाओं व बालिकाओं को विभिन्न उपयोगी हेल्पलाइन नम्बरों, संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं, महिला हेल्प डेस्क व कानूनी प्रावधानों आदि की जानकारी देने के साथ साथ जागरूक करने का भी प्रयास हेतु किया जा रहा है।
इस “मिशन शक्ति” अभियान के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण एवं जागरूकता हेतु पूर्व में चलाए गए सफल अभियान के उत्साहवर्धक परिणामों के दृष्टिगत शासन के निर्देशानुसार मुख्यालय महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन, लखनऊ के आदेश के क्रम में पुनः विशेष महिला जागरूकता एवं सशक्तिकरण अभियान चलाया जा रहा है। जिसके क्रम में आज दिनांक 03 अक्टूबर को अपर पुलिस अधीक्षक विनय कुमार सिंह एवं क्षेत्राधिकारी लाइन आशुतोष की अध्यक्षता में जनपद के समस्त थानों पर नियुक्त महिला पुलिसकर्मी, जो महिला बीट पुलिस अधिकारी "शक्ति दीदी" के रूप में कार्य कर रही हैं। सभी को कार्यस्थल पर महिलाओं के लैंगिक उत्पीडन (निवारण, प्रतिषेध व प्रतितोष) अधिनियम-2013 में उल्लिखित प्राविधानों/नियमों के बारे में प्रशिक्षित/जागरूक किया गया।
इसके साथ ही सभी को थाना क्षेत्र में भ्रमण कर प्राथमिकता के आधार पर महिलाओं व बालिकाओं को जागरुक करने के साथ ही महिला संबंधित समस्याओं के निस्तारण कराने के संबंध में ग्राम चौपाल का आयोजन करने हेतु निर्देशित किया गया।
महिलाओं व बालिकाओं को अपनी समस्या व शिकायत लेकर थाना, पुलिस चौकी व अन्य पुलिस कार्यालय बार-बार नहीं आना पड़े इसलिए अपितु "शक्ति दीदी" नियमित अन्तराल पर ग्राम चौपाल के माध्यम से विभिन्न गांवों में उपस्थित होकर महिलाओं और बालिकाओं को जागरुक करने के साथ ही उनसे संवाद कर उनकी शिकायतों का गुण-दोष के आधार पर निराकरण कराया जाए।
महिला बीट पुलिस अधिकारियों द्वारा गांव की महिलाओं के साथ एक "शक्ति दीदी" के रूप में जुड़ कर उन्हें सशक्त व सुरक्षित वातावरण देने का प्रयास करें। उन्होंने ने कहा कि समस्या कोई भी हो कभी भी, कहीं भी महिलाएं व बालिकाएं "शक्ति दीदी" से निसंकोच बात कर सकती हैं। सभी को शासन द्वारा महिलाओं/बालिकाओं की सहायता व सुरक्षा हेतु संचालित विभिन्न हेल्प लाइन नम्बरों जैसे- 1090, 112, 1076, 1098, 108 आदि की विस्तृत जानकारी दिया जाए तथा आवश्यकता पड़ने पर इनके प्रयोग हेतु बताया जाए। उ0प्र0 सरकार द्वारा महिलाओं से संबंधित संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में जानकारी देकर व पम्पलेट वितरित कर उन्हें जागरूक किया जाए। इसके साथ ही अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।