लापता युवती को खोजने के लिए दारोगाजी ने मांगा 'माल', हो गए सस्पेंड
 

बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले का एक ऑडियो वायरल हो रहा था, जिसमें चंदौली कोतवाली का एक दरोगा पीड़ित से मामले में कार्यवाही के बदले पैसे की मांग कर रहा था।

 
 

चंदौली कोतवाली के दरोगा निलंबित

 विवेचना के नाम पर जारी है वसूली का खेल

 ऑडियो वायरल होने के बाद खुल गयी पोल

 तब कप्तान साहब को करनी पड़ी कार्रवाई


चंदौली जिले में तैनात पुलिसकर्मियों की वसूली का सिलसिला रुक नहीं रहा है। वह पीड़ित की मदद करने के नाम पर भी पैसे लेने से बाज नहीं आते हैं। एक ताजा मामला चंदौली कोतवाली इलाके का संज्ञान में आया है जिसमें एक लापता युवती को खोजने के लिए विवेचना के नाम पर उप निरीक्षक के द्वारा पीड़ित के पिता से पैसे की डिमांड की जा रही थी।

चंदौली जिले के पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल एक गुमशुदा युवती के मामले में उसके पीड़ित पिता से पैसे की मांग करने वाले पुलिस के उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले का एक ऑडियो वायरल हो रहा था, जिसमें चंदौली कोतवाली का एक दरोगा पीड़ित से मामले में कार्यवाही के बदले पैसे की मांग कर रहा था।

 बताया जा रहा है कि चंदौली कोतवाली इलाके की एक गुमशुदा युवती को खोजने के बदले उसके पिता से पैसे की मांग कर रहे उपनिरीक्षण का ऑडियो वायरल हुआ था। इस दौरान बताया जा रहा है कि पीड़ित व्यक्ति को उसकी लड़की के भगाने के मामले में पड़ोसी पर शक था और वह कार्यवाही की मांग कर रहा था। इसके बदले में दरोगा जी मदद करने के बजाय उससे रिश्वत मांगने लगे। यह पूरा मामला उसके फोन में रिकॉर्ड हो गया और वायरल होते-होते यह पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल के संज्ञान में आया। जिसके बाद अंकुर अग्रवाल ने इस पूरे मामले की जांच सीओ सदर रामवीर सिंह से कराई जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद उप निरीक्षक संतोष को निलंबित कर दिया गया है।

 इस मामले में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि गुमशुदगी के मुकदमे में विवेचना के नाम पर पैसे मांगने वाले निरीक्षक को वायरल ऑडियो की जांच के बाद निलंबित कर दिया गया है। इस पूरे मामले की जांच पुलिस अधिकारी के द्वारा की गई थी।

 आपको याद होगा कि इसके पहले भी मुगलसराय कोतवाली के इंस्पेक्टर संतोष श्रीवास्तव का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह जमीन के मामले में पैसे की लेनदेन कर रहे थे। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने उन्हें निलंबित कर दिया था।