आम के बौर के ठहराव के लिये दवाओं करें छिड़काव
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चंंदौली जिले में मौसम बदलते ही आम के पेड़ों पर बौर दिखने लगा है। आम की अच्छी फसल होने के संकेत को लेकर किसान काफी खुश हैं। यदि मौसम की मार नहीं पड़ी तो किसानों को सस्ते दाम में आम उपलब्ध होगा। आम में रोग नहीं लगा तो इस साल अच्छी पैदावार होने की संभावना है।फलों का राजा कहे जाने वाला आम में अच्छा बौर लग रहा है। क्षेत्र के रमऊपुर गांव के बगीचे में आम के पेड़ बौर देख कर बाग स्वामी काफी खुश हैं।
गांव निवासी किसान नरेश मौर्य ने बताते है की इस बार आम के पेड़ों मे बौर अच्छा लग रहा है। कलमी आम और चौसा आम के पेड़ पर बौर अधिक लगने से डालियां झुक गई है। उनका कहना है कि अगर मौसम ठीक ठाक रहा व आंधी तूफान नहीं आया तो इस बार सीजन में आम की पैदावार अच्छी होगी। भरक्षा निवासी उमेश दुबे का कहना है कि इस बार आम के पेड़ में बौर समय से आया है। लेकिन कीटों का डर अभी से सताने लगा है। आम के बौर को बचाने के लिए वैज्ञानिकों से सलाह लेकर कीटनाशक का छिड़काव करना जरूरी है। दिघवट निवासी किसान श्रीनाथ कुशवाहा का कहना है की पछुआ हवाओं के चलने से बौर में कवक का प्रकोप तेजी से फैल सकता है।
जिससे बचाव के लिए बाग में दवाओं का छिड़काव करना होगा। वर्तमान में आम के बौर पर मैंगो हापर नामक कीटों का प्रकोप तेजी से दिखाई दे रहा है। ऐसे में समय से दवा का छिड़काव न करने पर पैदावार पर भारी असर भी पड़ सकता है।