भविष्य के वैज्ञानिक हो रहे हैं तैयार : सेंट जॉन्स स्कूल की प्रदर्शनी में 'स्मार्ट रोबोट' बना सेंटर ऑफ अट्रैक्शन, अतिथियों ने किया बच्चों की प्रतिभा को सलाम
सेंट जॉन्स विद्यालय में 'स्मार्ट रोबोट' का जलवा
विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी में दिखी छात्रों की तकनीकी मेधा
शिक्षा-विज्ञान और कला के क्षेत्र में सेंट जॉन्स में छात्रों ने दिखाया हुनर
ड्रोन, मिसाइल और जेनेटिक इंजीनियरिंग के मॉडलों से दिखाया अद्भुत कौशल
चंदौली जिले में नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, चंदौली जिले के सेंट जॉन्स विद्यालय, कटसिला में विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का एक शानदार और भव्य आयोजन किया गया। विद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों की वैज्ञानिक सोच, कल्पना शक्ति और कलात्मक अभिरुचि का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिला, जिसने उपस्थित सभी अतिथियों और अभिभावकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ वाराणसी धर्मप्रांत के मुख्य अतिथि बिशप यूजिंग जोसेफ और विशिष्ट अतिथि बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अमित सिंह ने किया। उनके साथ ही, विद्यालय प्रबंधक डॉ. फादर बी. सेबेस्टियन, शैक्षिक सचिव फादर थॉमस और प्रिंसिपल फादर जोबी जॉन तथा अभिभावक प्रतिनिधि आनंद सिंह ने दीप प्रज्वलित कर प्रदर्शनी का औपचारिक उद्घाटन किया।
प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण: स्मार्ट रोबोट
इस वर्ष की प्रदर्शनी का सबसे बड़ा आकर्षण कक्षा 10 के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों द्वारा निर्मित एक अत्याधुनिक स्मार्ट रोबोट रहा। नीलाद्री चटर्जी, गोपाल जी पांडे, उन्नति जायसवाल, सिमरन सिंह और समृद्धि की टीम ने मिलकर इस रोबोट का निर्माण किया था। यह रोबोट न केवल कार्यशील था, बल्कि इसकी तकनीकी दक्षता ने सभी अतिथियों का ध्यान अपनी ओर खींचा। यह मॉडल इस बात का प्रमाण था कि आज के छात्र केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं हैं, बल्कि भविष्य की तकनीकी चुनौतियों के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
प्रदर्शनी की शुरुआत एक प्रार्थना सभा और ईश्वर की स्तुति के साथ हुई, जिसके बाद प्रदर्शनी को आम जनता के लिए खोल दिया गया।
छोटे बच्चों से लेकर वरिष्ठ छात्रों तक का कमाल
प्रदर्शनी में केवल वरिष्ठ छात्रों ने ही नहीं, बल्कि एक से पांच तक के नन्हे बच्चों ने भी अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। इन छोटे बच्चों ने हिंदी और अंग्रेजी व्याकरण, कहानियों पर आधारित दृश्यों और विभिन्न कला रूपों से जुड़े आकर्षक मॉडल प्रस्तुत किए। उनकी सरल, लेकिन प्रभावी प्रस्तुति ने यह दर्शाया कि विज्ञान और कला की नींव प्राथमिक स्तर से ही मजबूत हो रही है।
वहीं, वरिष्ठ छात्रों ने विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और कंप्यूटर विषयों पर विविध और जटिल मॉडल प्रस्तुत किए:--
1-विज्ञान और प्रौद्योगिकी: छात्रों ने परिवहन के साधन, जल कम रोबोट, वैक्यूम क्लीनर, पर्यावरण संरक्षण के मॉडल और आधुनिक मोबाइल ऐप्स के कार्यप्रणाली को बखूबी समझाया।
2- एडवांस इंजीनियरिंग और रिसर्च: कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों ने उच्च स्तरीय वैज्ञानिक मॉडलों से प्रदर्शनी को एक जीवंत रूप दिया। इनमें ड्रोन टेक्नोलॉजी, ब्रह्मोस मिसाइल का वर्किंग मॉडल, नाभिकीय ऊर्जा, कार्बन संरचना और जटिल जेनेटिक इंजीनियरिंग जैसे विषय शामिल थे।
3- साहित्य और कला: साहित्यिक अनुभाग में छात्रों ने अपनी कलात्मक अभिरुचि दिखाई। मलिक मुहम्मद जायसी के महाकाव्य "पद्मावत" के 'जौहर' दृश्य और मुंशी प्रेमचंद की कालजयी कहानी "ईदगाह" के सजीव मॉडलों ने विशेष आकर्षण पैदा किया।
अतिथियों ने सराहा बच्चों का भविष्य
मुख्य अतिथि बिशप यूजिंग जोसेफ ने प्रदर्शनी में प्रदर्शित बच्चों की अद्भुत रचनात्मकता की प्रशंसा करते हुए कहा, "ये मॉडल केवल प्रोजेक्ट नहीं हैं, बल्कि ये बच्चों की प्रतिभा, वैज्ञानिक सोच और उनके उज्जवल भविष्य की संभावनाओं को दर्शाते हैं। सेंट जॉन्स विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ नवाचार को भी बढ़ावा दे रहा है।"
विशिष्ट अतिथि डॉ. अमित सिंह ने छात्रों की प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा कि, "यही बच्चे आगे चलकर हमारे समाज की दिशा तय करेंगे। आज इनमें जो वैज्ञानिक और तकनीकी कौशल दिख रहा है, वह भविष्य में इन्हें सफल इंजीनियर, डॉक्टर और वैज्ञानिक बनाकर समाज की सेवा करने के लिए प्रेरित करेगा।"
कार्यक्रम के समापन पर, विद्यालय के प्रधानाचार्य फादर जोबी जॉन ने सभी गणमान्य अतिथियों, शिक्षकों और ऊर्जावान विद्यार्थियों का हृदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने बच्चों को निरंतर परिश्रम, लगन और आत्मविश्वास के साथ अपने सपनों को साकार करने का संदेश दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस प्रकार की रचनात्मक प्रदर्शनी विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी और विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को मजबूत करेगी।