रेलवे ओवर ब्रिज पर स्ट्रीट लाइट खराब होने से अंधेरा, राहगीरों को होती है परेशानी
 

सांसद महेंद्र नाथ पाण्डेय व विधायकों के द्वारा उद्घाटन किये हुये चंदौली सकलडीहा रोड पर बने ओवर ब्रिज के चढ़ने वाली जगह पर बनी स्ट्रीट लाइट पुल के बनने के समय लगायी गयी थी और वह 6 महीने भी नहीं चल पायी है।
 

अंधेरे में लड़ती हैं गाड़ियां व घायल होते हैं लोग, कोई तो ध्यान दे इस समस्या पर

 

चंदौली जिला मुख्यालय की समस्याओं में बने नए पुल पर स्ट्रीट लाइट्स की समस्या को भी शामिल किया जा रहा है। देखा जाये तो पिछले कई वर्षों से चंदौली नगर की सड़कों पर लगी लाइट्स खराब देखी जा सकती है। यदि कोई भी वार्ड नगर पंचायत के द्बारा दिये जा रहे स्ट्रीट लाइट्स से प्रकाश मान होता भी है तो कुछ दिनों बाद जब लाइट फ्यूज हो जाती है तो उसे बदलने के लिए कोई नहीं जाता है, जिससे वहां भी अंधेरा जस का तस कायम रहता है।

नगर की सड़कों पर लगी लाइट्स खराब देखी जा सकती है। 1


  
इसमें कोई दो राय नहीं है कि आज के तारीख में भी कई वार्ड के गालियां जनता जनार्दन के दरवाजे या दुकान के सामने लगी निजी लाइट्स के कारण प्रकाश मान होती है, नगर पंचायत की लाइट्स के कारण नहीं। 

नगर की सड़कों पर लगी लाइट्स खराब देखी जा सकती है। 2

वैसे आपको बताते चलें कि सांसद महेंद्र नाथ पाण्डेय व विधायकों के द्वारा उद्घाटन किये हुये चंदौली सकलडीहा रोड पर बने ओवर ब्रिज के चढ़ने वाली जगह पर बनी स्ट्रीट लाइट पुल के बनने के समय लगायी गयी थी और वह 6 महीने भी नहीं चल पायी है। साथ ही पुल पर लगी लाइट्स भी खराब होने लगी है। 

पुल के मोड पर पर्याप्त लाइट न होने से समस्या इतनी खतरनाक सी है कि रोजाना रात में यहां पर कई गाड़ियां व मोटर साइकिलें आपस में लड़भिड़ जाया करती हैं।   

नगर की सड़कों पर लगी लाइट्स खराब देखी जा सकती है। 3

इस संबंध में सेतु निगम के अधिकारी से बात करने पर पता चला कि पुल के उपर बिजली बत्ती कि समस्या का समाधान उनके हाथ में नहीं, बल्कि इलेक्ट्रिक प्रॉब्लम को ठीक करने कराने कि जिम्मेदारी नगर पंचायत की है। 

खैर अधिकारियों और जिला मुख्यालय के जनप्रतिनिधियों को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए ताकि लोगों को इस समस्या से निजात दिलाया जा सके।