पचासे के जुलूस में निकले ताजिया, हुआ जंजीर का मातम
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चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के लौंदा गांव में कर्बला के 72 शहीदों की याद में मोहर्रम के पचास दिन बाद पचासे का जुलूस सोमवार रात मरहूम सगीर दादा के दरवाजे से निकाला गया। इमाम चौक पर फर्शे अजां की महफ़िल सजी जिसमें अंजुमन मख़दूमिया चौकियां गाजीपुर, अंजुमन ग़ुलेमाने मुस्तफ़ा शकूराबाद चंदौली, अंजुमन अज़मुल्ला सदाँव, सैयदराजा चंदौली, अंजुमन पंजतन पाक डिग्घी, चंदौली, अंजुमन अब्बासिया खिरौडी मिर्जापुर आदि ने अजादार इमाम हुसैन की शहादत के गम में मातम किया। नेज़ामत बरसड़ा गाजीपुर के हाजी मुराद अहमद मेराज ने किया।
पचासे के दूसरे दिन 29 अक्टूबर मंगलवार को गांव का माहौल ग़मगीन रहा। जुलूस में अजादारों की भीड़ उमड़ी रही। सड़कों पर जहां इमाम हुसैन की अंजुमन जौव्वादिया का जुलूस हुआ, वहीं पीछे मातम-ए-हुसैनी करने वालों की कतार लगी रही जो इमामबाड़े पर ताजियों के दफन होने के साथ मुकम्मल हुआ। जुलूस इमाम चौक से निकल कर जुलूस पूरे गांव से होते हुए इमामबाड़े पहुंच कर समाप्त हुआ। परवेज अहमद लाडले, आसिफ इकबाल, अशरफ जमाल राजू, तमशीर मिल्की सिब्बल ने जब नौहा व मजलिस को खिताब किया तो सैकड़ों की तादात में वहां मौजूद जायरीन रो पड़े। इस दौरान सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी।
इस दौरान खुर्शीद प्रधान, तुफैल अहमद ‘राजू’, खालीद हैदरी मुन्ने, आशिफ ऐकबाल, परवेज अहमद, फरहान अहमद मोजीब अहमद ‘बाबू’ तारिक़, हारून, इंसाफ आदि लोग जुलूस मे शरिक हुए।