पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ का प्रदर्शन, शिक्षा विभाग को दी चेतावनी
शनिवार को बरहनी में किया प्रदर्शन
बांह पर काली पट्टी बांधकर विभाग को दी चेतावनी
11 मार्च को बीएसए को देंगे ज्ञापन
चंदौली जिले में उत्तर प्रदेश पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ में शनिवार को बरहनी में बांह पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर विभाग तुगलकी फरमान वापस नहीं करती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। वही 11 मार्च को मुख्यमंत्री के नाम बीएसए को पत्रक देने पर विचार-विमर्श किया गया।
बताते चलें कि महानिदेशक बेसिक शिक्षा उत्तर प्रदेश की डिजिटलाइजेशन के तुगलकी फरमान के खिलाफ 1 से 5 मार्च तक शिक्षकों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया हैं। शिक्षकों का कहना हैं कि साधन विहीन ग्रामीण इलाकों में डिजीटलीकरण नहीं हो सकता है। फिर भी अधिकारी शिक्षकों पर लगातार दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
शिक्षकों ने कहा कि अपनी 18 सूत्री मांग नहीं माने जाने पर, टैबलेट के लिए विभागीय सिम, प्रतिमाह टैबलेट का डाटा उपलब्ध कराएं जाने तक कोई भी, शिक्षक टैबलेट का उपयोग नहीं करेगा। जिस टैबलेट का उपयोग ग्रामीण क्षेत्र में होना है वहां 4जी की बात कौन करें 2G भी काम नहीं करता है। ऐसी दशा में शिक्षक किस तरह से काम कर सकेंगे। विद्यालयों में बच्चों की संख्या की सापेक्ष नेटवर्क ना होने की दशा में सुबह से शाम हो सकती है। लेकिन डाटा फीड होना मुश्किल होगा।
इस दशा में शिक्षकों पर कार्रवाई होना तय है। एक सप्ताह पूर्व बरेली में दो शिक्षकों को केवल इसलिए सस्पेंड कर दिया गया है। क्योंकि स्कूल से टैबलेट चोरी हो गया।
इस संबंध में जिला महामंत्री संजय सिंह ने कहा कि संगठन सरकार व महानिदेशक कंचन वर्मा के आदेश सभी शिक्षक मान सकते हैं। पूरी तैयारी करके ही किसी योजना को लागू करना चाहिए। प्रदेश का बेसिक शिक्षक, विरोध करता रहेगा। आगामी 11 मार्च को मुख्यमंत्री के नाम बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर ज्ञापन सौंपने का कार्य करेगा। जल्द ही प्रदेश का महानिदेशक कार्यालय का भी घेराव करेगा।