17 सूत्रीय मांगों को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय पर धरना
 

शिक्षकों ने कहा कि सांसद व विधायक शपथ लेने के बाद से ही आजीवन पेंशन लेने के हकदार हो जाते हैं, लेकिन शिक्षक कर्मचारी अपनी अवस्था के 62 साल सरकारी सेवा में व्यतीत करने के बाद केवल नाम मात्र की पेंशन पाएगा।
 

चंदौली जिले में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के केंद्रीय नेतृत्व के आवाहन पर शनिवार को शिक्षकों ने पुरानी पेंशन की बहाली सहित 17 सूत्रीय मांगों को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय पर एक विशाल धरना प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया।

 इस दौरान प्रदर्शन कर रहे हैं शिक्षकों ने कहा कि सांसद व विधायक शपथ लेने के बाद से ही आजीवन पेंशन लेने के हकदार हो जाते हैं, लेकिन शिक्षक कर्मचारी अपनी अवस्था के 62 साल सरकारी सेवा में व्यतीत करने के बाद केवल नाम मात्र की पेंशन पाएगा। यह कहीं भी  न्यायोचित नहीं है। 

 शिक्षकों ने कहा कि अवकाश प्राप्त करने के बाद ₹1200 से लेकर ₹1500 तक की पेंशन प्राप्त करना कहां जायज है। इससे उनका बुढ़ापा काटना मुश्किल हो रहा है। लोगों ने कहा कि आगामी 2024 के आम चुनाव से पहले सरकार को हर हालत में पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करना चाहिए। यदि सरकार ने हम लोगों की मांगें नहीं मानी तो सभी लोग एकजुट होकर सरकार के खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे।

 कार्यक्रम के अंत में सभी लोगों ने एक 17 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा, जिसमें निशुल्क चिकित्सा सेवा, समाज काम समान वेतन के नियम को लागू करना जैसे तमाम मांगें शामिल थीं।

 इस दौरान मौके पर सत्येंद्र कुमार सिंह, शशिधर सिंह, विजयंत प्रसाद, राजकिशोर, अरुण मौर्य, सत्यमूर्ति ओझा सहित तमाम शिक्षक को कर्मचारी मौजूद थे।