उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने पुरानी पेंशन बहाली को लेकर किया प्रदर्शन
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उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने पुरानी पेंशन बहाली सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में शुक्रवार को धरना स्थल पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान जुलूस निकालकर विरोध प्रकट करते हुए सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। वहीं मुख्यमंत्री को सम्बोधित 13 सूत्री ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा।
प्रदेश उपाध्यक्ष विद्याधर पांडेय ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षकों के प्रति उदासीन रवैया अपनाए हुए है। शिक्षक अपनी जायज मांगों को लेकर लम्बे समय से आवाज उठ रहे हैं। लेकिन सरकार इसे गंभीरता से लेकर अमल नहीं कर रही है। जबकि इसके लिए कई बार धरना, प्रदर्शन व घेराव तक किया गया है। किन्तु हर बार सिर्फ आश्वासन दिया जाता है। इससे शिक्षा जगत की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। वक्ताओं ने मांग किया कि पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए। सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराया जाए। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को भंग न किया जाए। टास्क फोर्स की ओर से करायी गई जनशक्ति निर्धारण की प्रक्रिया को वापस किया जाए। विषय विशेषज्ञों को सेवा का लाभ दिया जाए।
व्यवसायिक एवं कम्प्यूटर अनुदेशकों का शिक्षक पद पर समायोजन किया जाए। माध्यमिक शिक्षा परिषद के मूल्यांकन व निरीक्षण आदि के पारिश्रमिकों को सीबीएससी के बराबर वृद्धि और अवशेषों का भुगतान किया जाए। प्रोन्नति में स्नातकोत्तर उपाधि की बाध्यता एवं सीटीएलटीके विसंगति को समाप्त किया जाए। परिवार कल्याण योजना के तहत प्राप्त हो रहे विशेष प्रोत्साहन भत्ते को बंद करने का आदेश वापस लिया जाए।
माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षणेत्तर कर्मियों की भर्ती पर लगी रोग समाप्त किया जाए। इसके अलावा अन्य प्रमुख मांगों पर भी विचार किया जाए। चेताया मांगों पर शीघ्र अमल नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
इस मौके पर प्रदेश कार्य समिति के सदस्य रामान्द सिंह यादव, जिलाध्यक्ष विरेंद्र कुमार सिंह, त्रिभुवननारायण सिंह, विरेंद्र प्रताप तिवारी, पन्ना यादव, देवेंद्र प्रताप सिंह, मनोज सिंह, राजमणि वर्मा, योगेश सिंह, श्रीप्रकाश मिश्रा विवेक सिंह आदि मौजूद रहे।