फाइलेरिया के खिलाफ 10 अगस्त से चल रहा है अभियान, ट्रिपल ड्रग थैरेपी का आप उठाएं लाभ
चंदौली जिले में दो सितंबर तक चलेगा अभियान
फाइलेरिया से बचाव के लिए घर-घर जाकर दी जा रही दवा
अब तक साढे 3 लाख ने किया फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन
चंदौली जिले में फाइलेरिया से बचाव को लेकर 7 ब्लाक समेत नगरीय क्षेत्रों में 10 अगस्त से ट्रिपल ड्रग थैरेपी आइडीए अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान दो सितंबर तक चलेगा। अभियान में ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर यानि दवा सेवन कर्मी (आशा व पुरुष स्वास्थ्यकर्मी) अहम भूमिका निभा रहे हैं।
आपको बता दें कि अब तक 15.67 लाख लक्ष्य के सापेक्ष 3.56 लाख लाभार्थी दवा का सेवन कर चुके हैं। अभियान के तहत ग्रामीण व नगरीय क्षेत्र में करीव 2600 कर्मी दवा का सेवन कराने के लिए तैनात किए गए हैं।
इस संबंध में सीएमओ डॉ युगल किशोर राय ने लोगों से अपील की है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम उनके घर पर जाए तो उनके सामने ही उम्र के सापेक्ष फाइलेरिया से बचाव की दवा (आइवर्मेक्टिन, डीइसी और एल्वेंडाजाल) का सेवन करें। साथ ही अन्य लोगों को भी दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित करें। हमारा छोटा सा प्रयास फाइलेरिया (हाथी पांव जैसे गंभीर व लाइलाज बीमारी को जड़ से समाप्त कर सकता है।
मादा क्यूलेक्स मच्छर फैलाता है फाइलेरिया
जिला मलेरिया अधिकारी पीके शुक्ला ने कहा कि जब किसी फाइलेरिया से ग्रसित व्यक्ति को मादा क्यूलेक्स मच्छर काटता है तो वह संक्रमित हो जाता है और जब यही मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो फाइलेरिया के परजीवी रक्त के जरिए उसके शरीर में प्रवेश कर उसे भी फाइलेरिया से ग्रसित कर देते हैं।
इस संबंध में फाइलेरिया, मलेरिया अधिकारी राजीव सिंह ने बताया इससे प्रभावित व्यक्त्ति का जीवन अत्यंत कष्टदायक हो जाता है। इससे सुरक्षित रहने के लिए आइवर्मेक्टिन, डीइसी और एल्बेंडाजोल की निर्धारित खुराक स्वास्थ्यकमी अपने सामने खिला रहे है। यह दवा खाली पेट सेवन नहीं करना है। एक वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों को दवा सेवन नहीं करना है।