वक्फ संशोधन विधेयक-2025 को लेकर चंदौली जिले में खास चौकसी, हर जगह दिखी शांति
कानून एवं शांति व्यवस्था के लिए पैदल गश्त
रुटमार्च करते इलाकों में रखी गयी खास चौकसी
कानून व्यवस्था में खलल डालने वाले शरारती तत्वों पर होगा एक्शन
चंदौली जिले में वक्फ संशोधन विधेयक-2025 के दृष्टिगत जनपद में कानून एवं शांति व्यवस्था अक्षुण्य बनाये रखने हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देशन में समस्त थाना प्रभारियों व थानाध्यक्षों के द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रान्तर्गत पर्याप्त पुलिस बल के साथ रुटमार्च और पैदल गश्त करके सुरक्षा व शांति व्यवस्था कायम रखने का संदेश दिया गया। इस दौरान कई और बातों का ध्यान रखने के निर्देश दिए गए थे।
इसके साथ-साथ निम्नांकित उपाय भी किए गए हैं..
- -मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों, प्रमुख मार्गों, चौराहों, व बाजारों आदि में भ्रमण कर संदिग्ध व्यक्ति, वस्तु व वाहनों की, की जा रही सघन चेकिंग
- -सीसीटीवी, वीडियो रिकॉर्डिंग व ड्रोन कैमरों के मदद से संवेदनशील व मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों की, की जा रही सतत् निगरानी
- -आमजन व धर्मगुरुओें से संवाद कर शांति व सद्भाव बनाए रखने हेतु की जा रही अपील
- -शांति एवं कानून व्यवस्था में खलल डालने वाले शरारती तत्वों को जारी की गई सख्त चेतावनी
लोकसभा के बाद राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक-2025 के दृष्टिगत जनपद में कानून एवं शांति व्यवस्था अक्षुण्य बनाये रखने हेतु पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के निर्देशन में समस्त थाना प्रभारी व थानाध्यक्ष के द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रअन्तर्गत मिश्रित आबादी क्षेत्र में पुलिस बल के साथ मार्च करके लोगों से शांति व्यवस्था में सहयोग करने की अपील की गयी।
पैदल गश्त के दौरान मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों, प्रमुख मार्गों, चौराहों, व बाजारों आदि में भ्रमण कर संदिग्ध व्यक्ति, वस्तु व वाहनों की गहनता से चेकिंग करते हुए लोगों को सावधान किया गया। सीसीटीवी, वीडियो रिकॉर्डिंग व ड्रोन कैमरों के मदद से संवेदनशील व मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों की सतत निगरानी करने की जानकारी दी गयी। साथ ही पैदल गश्त के दौरान आमजन व धर्मगुरुओें से संवाद कर शांति व सद्भाव बनाए रखने हेतु अपील की जा रही है। साथ ही पर्वों के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था में खलल डालने वाले शरारती तत्वों को सख्त चेतावनी जारी की गई।
इसके साथ साथ मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों, प्रमुख चौराहों व मस्जिद के आसपास के क्षेत्रों में पैदल गश्त करके धर्मगुरुओं व आमजन से संवाद कर उन्हें सुरक्षा व्यवस्था के प्रति आश्वस्त कराने की कोशिश की गयी, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो।