2700 किसानों कि नहीं हो पाई खरीदारी, कल से गेहूं क्रय केंद्र होंगे बंद
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चंदौली जिले में गेहूं खरीद की प्रक्रिया बंद हो जाएगी। हालांकि अभी तक जिले के लगभग 2700 किसानों का अनाज नहीं बिका है। किसान क्रय केंद्रों पर नंबर लगाने के बाद टोकन लेकर इंतजार में हैं। केंद्रों पर खरीद की प्रक्रिया इतनी सुस्त है कि किसानों का अनाज क्रय नहीं हो पा रहा है। इससे किसानों की चिता बढ़ गई है। यदि निर्धारित तिथि के बाद क्रय एजेंसियों ने अपने संसाधन समेट लिए तो किसानों को बिचौलियों को ही अनाज बेचना पड़ सकता है।
दरअसल, क्रय केंद्रों पर छाया की व्यवस्था न होने से आए दिन बारिश से खरीद की प्रक्रिया ठप हो जाती है। जिले में गेहूं खरीद की प्रक्रिया शुरू से सुस्त रही है । क्रय केंद्र एक अप्रैल से ही खुल गए, लेकिन विपणन विभाग की वेबसाइट में गड़बड़ी की वजह से शुरूआत में किसानों को पंजीकरण में तमाम तरह की दिक्कतें झेलनी पड़ीं।
कोरोना काल में दफ्तर बंद होने से सत्यापन में भी विलंब हुआ। इन दुश्वारियों से पार पाकर पंजीकृत किसानों ने क्रय केंद्रों पर नंबर और टोकन लगाया तो केंद्र प्रभारी उन्हें टहलाने लगे। केंद्रों पर एक ही कांटा से खरीद होने से किसानों को इंतजार करना पड़ा।
आप को बता दें कि केंद्रीय कौशल विकास व उद्यमशीलता मंत्री और सांसद डाक्टर महेंद्रनाथ पांडेय की पहल पर जिले के 35 केंद्रों पर दो कांटों से खरीद शुरू हुई। हालांकि यह व्यवस्था अंतिम दौर में लागू हुई। इससे अभी काफी संख्या में किसानों के अनाज की खरीद नहीं हो सकी है। जिला खाद्य व विपणन विभाग लक्ष्य से तीन गुना अधिक खरीद का दावा कर रहा है। हालांकि सच्चाई यह है कि अभी भी जिले के लगभग 2700 किसानों का अनाज नहीं खरीदा गया है। शासन के मानक के अनुरूप 15 जून तक सरकारी क्रय केंद्रों पर खरीद बंद हो जाएगी।
इस सम्बन्ध में जिला खाद्य व विपणन अधिकारीअनूप कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि जिले में अब तक लक्ष्य से तीन गुना अधिक खरीद हो चुकी है। जिन किसानों का अनाज नहीं खरीदा गया है वे नंबर और टोकन लेकर जल्द अपनी उपज की तौल करा दें। किसानों को समय से भुगतान किया जा रहा है।