WHO की टीम ने स्कूल के बच्चों को दी फाइलेरिया से बचाव की दी जानकारी
सेंट जॉन्स की स्कूल में WHO की टीम
हाथी पांव के बारे में दी जानकारी
बच्चों को बताए गए बचाव के तौर तरीके
चंदौली जिले के सेंट जॉन' स्कूल में बच्चों को फाइलेरिया व हाथी पांव की बीमारी से बचाव एवं उसके लक्षणों की जानकारी WHO की टीम द्वारा दी गई। इस दौरान बच्चों ने बड़े ध्यान से इस बीमारी के बारे में जानकारियों को समझने की कोशिश की।
बता दें कि कटसिला स्थिति सेंट जॉन्स स्कूल में WHO की टीम ने पहुंचकर स्कूल के कक्षा 6 से लेकर 12 तक के बच्चों को हाथी पांव या फाइलेरिया जैसे घातक बीमारी के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही उससे बचाव के उपाय भी बताए। WHO की टीम द्वारा राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत बच्चों एवं शिक्षकों को सर्वजन दवा के सेवन के अभियान के बारे में जानकारी दी गई।
इस दौरान डॉक्टर मंजीत सिंह चौधरी जनरल कोऑर्डिनेटर द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 10 अगस्त से लेकर 2 सितंबर तक अभियान चलाया जा रहा है । जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ फाइलेरिया से बचाव की दवा भी खिलाने का काम करेगी।
वहां मौजूद गुलशन आरा पीसीआई द्वारा बताया गया कि हाथी पांव की बीमारी इसी रोग को बोलते हैं। इसे फाइलेरिया के नाम से जाना जाता है तथा इसके बचाव के लिए दवा का सेवन करना ही सबसे बड़ा उपाय है नहीं तो फाइलेरिया रोग जानलेवा भी साबित होता है।
इस दौरान सभी बच्चों को जागरुक करते हुए दीप्ति एवं सौम्य द्वारा बताया गया कि यह फाइलेरिया रोग इन्फेक्शन के कारण विशेष तौर से फैलता है जिसकी इंफेक्शन के बचाव के लिए हमेशा लोगों को साफ सुथरा रखने के साथ-साथ उन्हें नियमित तरीके से दवा का सब सेवन करना होगा ताकि इस रोग से बचाव हो सके ।
इस कार्यक्रम के समापन पर विद्यालय के प्रधानाचार्य फादर जोबी जॉन बच्चों को इस रोग के बारे में जागरूक करने के साथ-साथ कहा जो हो की टीम द्वारा बताया गया है उसे बच्चे अपने घर तथा आसपास के लोगों को बात कर जागरूक करने का काम करें ।
वही इस दौरान शिक्षिका श्रद्धा तिवारी द्वारा लोगों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम की समापन की घोषणा की। इस दौरान सिस्टर फैंसी, प्रकाश पाल, गरिमा, विनीता, नंदिनी, शैलेंद्र, रश्मि, प्रियंका, गजेश, बेचैन, मनोज, सत्यजीत, आशुतोष सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।